मुंबई: शुरू होगी पानी की किल्लत! 1 जुलाई से जलापूर्ति में 10% की कटौती

Mumbai BMC: शनिवार से हो रही शहर में बरसात के कारण कहीं जलजमाव तो कहीं यातायात बाधित हुआ। कई इलाकों में पेड़ और घर ढ़ह गए। कई लोगों की मौत हो गई। उसके बाद भी मनपा प्रशासन ने पानी कटौती का फैसला किया है।

वी.बी. माणिक (बीएमसी प्रतिनिधि)
मुंबई-
शहर को पानी की आपूर्ति (Water Supply) करने वाली झीलों में जलस्तर के कम होने के कारण बृहन्मुंबई महानगर पालिका ने शनिवार यानी 1 जुलाई से जलापूर्ति में 10 प्रतिशत कटौती करने का फैसला किया है। मुंबई मनपा (Mumbai BMC) अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी।

इसके साथ ही दूसरी तरफ शहर में बरसात के कारण पिछले 24 घंटों में मुंबई में पेड़ गिरने की 26 घटनाएं शॉर्ट-सर्किट की 15 घटनाएं और घरों के ढहने/आंशिक रूप से ढहने की पांच घटनाएं दर्ज की गई हैं। आईएमडी ने अलग-अलग स्थानों पर बारिश की चेतावनी जारी की है।

Advertisements
https://indian-fasttrack.com/2023/03/13/why-is-there-no-legal-action-against-running-the-hospital-illegally
Indian fasttrack news
Mumbai BMC,
मलाड पश्चिम में एक पेड़ गिरा जिसके नीचे दबकर एक व्यक्ति की मौत हो गई।

Mumbai BMC

बृहन्मुंबई महानगर पालिका (BMC) के आयुक्त (Commissioner) इकबाल सिंह चहल ने लोगों से अपील की है, कि वे पानी को बचाएं और इसका इस्तेमाल उचित तरीके से करें। दक्षिण-पश्चिम मानसून रविवार को मुंबई पहुंच गया। चहल ने शहर में जलापूर्ति को लेकर से बुधवार को कहा, कि बीएमसी ने एक जुलाई से मुंबई में पानी की आपूर्ति में 10 प्रतिशत की कटौती करने का फैसला किया है। क्योंकि शहर को पानी की आपूर्ति करने वाली झीलों में जल का भंडार करीब सात फीसदी ही रह गया है।

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने अलग-अलग स्थानों पर बारिश की चेतावनी जारी की है। बृहन्मुंबई महानगर पालिका (BMC) के अधिकारियों के अनुसार, निचले इलाकों में किसी बड़े जल-जमाव की कोई घटना सामने नहीं आई है। अधिकारियों के अनुसार, बुधवार को सुबह आठ बजे से दोपहर 12 बजे के बीच मुंबई में भारी बारिश हुई है। आईएमडी ने कहा कि मुंबई के साथ-साथ कुछ अन्य तटीय जिलों में अलग-अलग स्थानों पर मध्यम से तीव्र बारिश होने की संभावना है।

Live video on Indian fasttrack news channel

लेकिन दूसरी तरफ मनपा प्रशासन ने पानी कटौती को लेकर जो बयान दिया है उससे मुंबईकरो के लिए परेशानी साबित हो सकती है। इसका कारण झीलों के जलग्रहण इलाकों में बारिश का कम होना है। आपको बता दें, कि मुंबई, ठाणे और नासिक जिलों में स्थित सात झील- भातसा, अपर वैतरणा, मिडिल वैतरणा, तानसा, मोडक सागर, विहार और तुलसी से 3800 एमएलडी पानी की आपूर्ति होती है।


Discover more from  

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Advertisements
Scroll to Top

Discover more from  

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading