नितिन तोरस्कर
मुंबई- बृहन्मुबई महानगर पालिका का एक बार फिर चिंताजनक कारोबार सामने आया है! जब Mumbai BMC के पास “गोकुलधाम प्रसूतिगृह” है, तो वहां लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं मिलनी चाहिए थी! मगर स्वास्थ्य सुविधा तो दुर यहां नीजी इस्तेमाल के लिए “गेस्टहाउस” का कारोबार किया जा रहा है और कई शिकायतों के बावजूद वार्ड के सहायक आयुक्त अपने कानों में तेल डालकर आराम फरमा रहे हैं! स्थानीय नगर सेविका प्रीति सातम ने इस पर सवाल करते हुए महानगर पालिका आयुक्त इकबाल सिंह चहल से कठोर कार्यवाही की मांग की है!
Maharashtra: पालघर पुलिस के हत्थे चड़े 7 लाख 36 हजार के अम्लीय पदार्थ के साथ दो बदमाश
गोरेगांव पूर्व गोकुलधाम का चार मंजिला प्रसूतिगृह के लिए आरक्षित भूखंड पर बना बृहन्मुंबई महानगर पालिका की इमारत “गोकुलधाम प्रसूतिगृह” के नाम पर एक निजि स्वास्थ्य संस्थान को स्वास्थ्य सेवा मुहैया कराने के लिए कान्ट्रेक्ट पर दिया गया था! लेकिन निजी संस्था इसका इस्तेमाल “गेस्टहाउस” के लिए करते हुए सामने आया है! इसपर स्थानीय नगर सेविका ने प्रत्यक्ष मुआयना करते हुए, गोरेगांव महानगर पालिका पी/दक्षिण के सहायक आयुक्त एवं अधिकारियों को इसकी जानकारी दी! लगातार शिकायतों के बावजूद Mumbai BMC प्रशासन के नजरअंदाज़ किए जाने पर आखिर कार नगर सेविका प्रीति सातम ने मीडिया के सहारे बृहन्मुंबई महानगर पालिका आयुक्त से सवाल की है!
मिली जानकारी के मुताबिक, कॉन्ट्रेक्ट हासिल करने वाली संस्था अपने निजी डॉक्टरों, नर्स एवं कर्मचारियों को रहने की सुविधा मनपा से प्राप्त “गोकुलधाम प्रसूतिगृह” में करा रही है! जब कि मनपा से शर्तों के आधार पर लोगों को स्वास्थ्य सेवा मुहैया कराने के लिए इस इमारत को दिया गया था! आप को यह भी बता दें की, सरकारी प्रौपर्टी का गैर इस्तेमाल कानून के खिलाफ है! ऐसा करने पर दंडात्मक कार्यवाही की जाती है! पर लगातार शिकायत किए जाने पर भी गोरेगांव पी/दक्षिण विभाग का एक नगर सेविका की शिकायतों को नंजरअंदाज़ किया जाना कॉन्ट्रेक्टर एवं मनपा अधिकारियों के बीच साठगांठ का प्रमाण पेश कर रही है!
Mumbai: बिजली के महंगे बिल को लेकर लोगों का विरोध, मुख्यमंत्री ने दिया आश्वासन
आप को बता दें की, यथा परिस्थिति “कोरोना वायरस” के कारण राज्य में सबसे ज्यादा मुंबई की विकट स्थिति बनी हुई है! इससे लड़ने के लिए बृहन्मुंबई महानगर पालिका विभिन्न निजी अस्पतालों, स्कूल, कॉलेज, होटेल एवं खाली पड़ी जगहों को अपने कब्जे में लेकर लोगों को स्वास्थ्य सेवा मुहैया करा रही है! ऐसे में “गोकुलधाम प्रसुतिगृह” का गैर कानूनी इस्तेमाल होना मनपा प्रशासन और अधिकारियों के कार्यभार पर सवाल खड़े कर रहे हैं! कोविड-19 का सहारा लेते हुए इसपर पी/दक्षिण विभाग के सहायक आयुक्त देवीदास क्षीरसागर कुछ भी कहने और करने से कतरा रहे हैं!
मुंबईकरों के पानी की समस्या हुई खत्म, मनीष दुबे ने माना जलसंपदा मंत्री जयंत पाटिल का आभार
मीडिया के सामने स्थानीय नगर सेविका प्रीति सातम ने बृहन्मुंबई महानगर पालिका आयुक्त इकबाल सिंह चहल से सवाल करते हुए कहा, कि ‘क्या मनपा आयुक्त ऐसे कारोबार के विरुद्ध कार्यवाही करते हुए इस निजि संस्थान से “गोकुलधाम प्रसुतिगृह” को वापस लेंगे? क्या वापस से आम नागरिकों के लिए यहां स्वास्थ्य सेवा मुहैया कराई जाएगी? आप इसपर क्या कार्यवाही करने वाले हैं हमें बताए!’ ऐसे सवाल उन्होंने मीडिया के माध्यम से की है!
Discover more from
Subscribe to get the latest posts sent to your email.