इस्माइल शेख
मुंबई- बंदूक की नोक पर दिन दहाड़े लूट को अंजाम देने वाले कुल 8 आरोपीयों की गिरफ्तारी हुई है। सभी आरोपियों को मुंबई पुलिस ने देश के अलग-अलग हिस्सों से गिरफ्तार किया है। मुंबई परिमंडल 7 के पुलिस उपायुक्त प्रशांत कदम और अतिरिक्त पुलिस आयुक्त संजय दराडे के मार्गदर्शन में पुलिस की 12 टीमों का गठन किया गया था। इन टीमों को सर्वलाईंस की मदद से बदमाशों की खोज में गुजरात, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के अलावा महाराष्ट्र के विभिनन स्थानों पर भेजा गया था।
पुलिस टीम के हत्थे डकैत टीम का एक ऐसा आरोपी चढ़ गया जिसने बचने के इरादे से अपना सिर मुंडवा लिया था और फिर सिर पर विग (नकली बाल) लगा लिया था। मुंबई पुलिस के संयुक्त पुलिस आयुक्त (कानून व व्यवस्था) विश्वास नांगरे पाटील के अनुसार मुलुंड डकैती का मास्टरमाइंड उत्तर प्रदेश के जौनपुर से पकड़ा गया है। पुलिस कुल 8 आरोपियों को पकड़ने में कामयाब रही है।
आप को याद दिला दें, कि 2 फरवरी मुलुंड के पांच रास्ता स्थित वीपी इंटरप्राइजेज नामक अंगड़िया कारोबारी के दफ्तर में कुछ बंदूकधारी डकैत घुंसे थे। पिस्तौल के बल पर मालिक और कर्मचारियों को डरा धमकाकर वहां रखे 70 लाख रुपए लूट ली थी। पुलिस से बचने के लिए इन डकैतों ने अपनी ओर से किसी प्रकार का कोई सुराग नही छोड़ा था। इस डकैती को सुलझाने के लिए पुलिस की 12 टीमों का गठन किए जाने के बाद इन्हें पता चला कि डकैती डालने से पहले डोंम्बिवली में रहने वाले एक पेशेवर आर्म्स डीलर ने अंगडिया कारोबारी के दफ्तर के आस-पास रेकी की थी।
हिरासत में लेकर उससे की गई पूछताछ में पता चला कि 45 दिनों से वह रेकी कर रहा था। डकैती के 2 दिन पहले भी उसने रेकी किया था। उसी की निशानदेही पर पुलिस ने डकैती को अंजाम देने आए डकैत जिस मारुती इक्को में अंगडिया के ऑफिस पहुंचे थे उसके मालिक और ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस का कहना है कि बचने के लिए आरोपियों ने ना सिर्फ कपड़े और हुलिया बदले बल्कि कार का नंबर प्लेट भी कई बार बदला। इसी प्रकार पुलिस ने एक-एक कर टीम के 8 डकैतों को गिरफ्तार किया है।
जौनपुर के सतहरिया का मूल निवासी और महाराष्ट्र के डोबिवली ईस्ट कल्याण स्थित पडले का रहने वाला सनी वाराणसी से गिरफ्तार हुआ था उसने पूछताछ में डकैती के मास्टरमाइंड मोनू सिंह उर्फ़ विपिन का खुलासा किया। साजिश के तहत गिरफ्तार आरोपी निलेश सुर्वे व नितेश ने रेकी की थी। नितेश की कार से ही डकैती के लिए 5 रास्ता स्थित अंगडिया के दफ्तर पर पहुंचे थे। सनी ने बताया, कि मोनू डकैती के बाद रास्ते में ही उसे कार से उतार दिया और 7 लाख रुपये देकर वहां से चला गया।
कार के साथ मास्टरमाइंड मोनू सिंह उर्फ़ विपिन उज्जैन के महाकाल मंदिर में दर्शन करने गया था वहां उज्जैन एसटिएफ की टीम ने कार के साथ दो को गिरफ्तार किया जो महाकाल के दर्शन करने पहुंचे थे मुंबई पुलिस ने सर्वलाईंस की मदद से पता लगाकर वहां इत्तला कर दिया था। मोनू सिंह उर्फ़ विपिन एक खतरनाक गैंगस्टर है जिस पर एक राजनेता की हत्या, पुलिस टीम पर फायरिंग के अलावा अन्य अपराध दर्ज हैं। गिरफ्तार डकैतों के पास से 6 पिस्तौल, 27 जीवित कारतूस, 2 मैगजीन, 3 गाड़ियां और 37 लाख रुपए बरामद किए गए हैं।
Discover more from
Subscribe to get the latest posts sent to your email.