इस्माइल शेख
मुंबई– मायानगरी मुंबई (Mumbai) के दहिसर (Dahisar) में मानवता और दोस्ती को कलंकित करता हुआ एक दिल दहलादेने वाली घटना ने पूरे इलाके को सदमे में डाल दिया है। यहां हत्यारे की पहचान होते ही इलाके में मातम का माहौल फैल गया। दो दोस्त साथ बैठकर दारू पिया करते थे, खाना खाते थे, साथ घूमने भी जाया करते थे। लेकिन 100 रुपये की उधारी वापस मांगने पर गुस्साए दोस्त ने दूसरे दोस्त की हत्या (Murder) कर दी।
इतना ही नहीं मृतक को गादी में लपेटकर जलाने की कोशिश भी की लेकिन विफल रहा। 28 वर्षीय आरोपी परमेश्वर बाबूराव कोकाटे को दहिसर पुलिस (Dahisar Police) ने गिरफ्तार कर लिया है। लेकिन पूरा दहिसर (Dahisar) का इलाका इस दिल दहला देने वाली घटना से सदमे में है जहां एक दोस्त को महज सौ रुपए के लिए मार दिया गया। पूरे दहिसर में सनसनी फैली हुई है।
दहिसर पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, 28 वर्षीय आरोपी परमेश्वर बाबूराव कोकाटे एक टेंपो का मालिक है और वह टेंपो चलाता है। 40 वर्षीय मृतक का नाम राजू पाटिल है। राजू एक गैरेज में काम करता था। मुंबई परिमंडल (Mumbai Zone) 12 के पुलिस उपायुक्त (DCP) सोमनाथ घर्गे ने मामले की जानकारी देते हुए बताया, कि पांच फरवरी की रात करीब 12 बजे दहिसर (Dahisar) के एक गैरेज में युवक का शव मिलने की जानकारी पुलिस कंट्रोल (Police Control Room) से मिली थी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को अपने कब्जे में ले लिया। दहिसर पुलिस (Dahisar Police) ने इस मामले में जांच शुरू की तो पता चला कि मृतक का दोस्त जिसने पुलिस कंट्रोल को फोन किया था, वही उसका हत्यारा निकला।
जलाने के बाद कॉल किया
आरोपी और मृतक दोनों दोस्त (Friends) थे और एक दूसरे को करीब 8 साल से जानते थे। दोनों अक्सर एक साथ बैठकर दारू पीते थे, खाना खाते थे। एक साथ घूमने भी जाया करते थे। लेकिन दोनों की दोस्ती अचानक 100 रुपये के ख़ातिर हत्या तक पहुंच गई। आरोपी ने दोस्त की गला दबाकर हत्या कर दी और बाद में शव को ठिकाने लगाने का प्रयास किया। आरोपी ने शव को रूई के गादी में लपेटकर जलाने का प्रयास किया। दस मिनट बाद, परमेश्वर बाबूराव ने पुलिस को फोन किया और उन्हें बताया कि पड़ोसी आत्महत्या कर रहा है।
दमकल (फायर ब्रिगेड) की गाड़ी के साथ दहिसर पुलिस (Dahisar Police) मौके पर पहुंची। पाटिल को अस्पताल ले जाया गया जहां उन्हें मृत (Death) घोषित कर दिया गया। पोस्टमार्टम के बाद पुलिस को पता चला कि पाटिल की मौत जलने से नहीं बल्कि गला घोंटने से हुई है। इस रिपोर्ट के बाद पुलिस ने परमेश्वर को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने अपने दोस्त की हत्या की बात कबूल कर ली।
पुलिस के साथ रहकर जांच में मदद
लोग फिल्म देख-देख कर इतने शातिर हो गए हैं कि रियल पुलिस को भी बेवकूफ समझने लगे हैं। दहिसर हत्याकांड का खतरनाक दोस्त फिल्मी अंदाज में पुलिस की मदद कर रहा था। आरोपी ने पाइप की मदद से पीड़िता का गला घोंटकर हत्या कर दी। इसके बाद पुलिस को फोन कर शव मिलने की जानकारी भी दी। इतना ही नहीं हत्यारा दोस्त ही पुलिस के साथ रहकर पुलिस की मदद कर रहा था। फिलहाल पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
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