- 4 महिने की बच्ची को बंद कमरे में बंधक बनाया।
- लड़की का जन्म बना लडाई का कारण..
- पुलिस को बुलाया तो की मार पीट और पुलिसकर्मियों से धक्का-मुक्की..
- Mumbai- A 26-year-old pregnant mother expressed her gratitude for the commendable work of the polic
इस्माईल शेख
मुंबई- घरेलू हिंसा के मामले में मालवनी पुलिस की सूझ बूझ 26 वर्षीय जरीना बेगम के लिए छुटकारा पाने का सबब साबित हो गया। 4 महिने की एक बच्ची को गोद में लिए प्रेगनेंट जरीना अपने मायके जाना चाहती थी। जबकि पति सुफियान और सास मिलकर जरीना को कमरे में बंद कर बाहर से ताला मार दिया करते थे। लगातार मार-पीट से तंग आकर जरीना की मां उसे अपने साथ अपने गांव प्रयागराज लेजाने आई थी। इस हंगामे के बीच पुलिस को बुलाया तो सुफियान ने जरीना के मां को मारा और सुफियान की मां ने पुलिस के साथ की धक्का-मुक्की। सूचना मिलते ही डिटेक्शन की टीम ने लाठी डंडे के साथ जरीना और उसके परिवार को पुलिस स्टेशन ले आई और क़ानूनी अंदाज में समझाया। तब जाकर मामला शांत हुआ और जरीना अपने और बच्चे के कुछ कपड़े साथ लेकर अपनी मां के साथ मायके चली गई। साथ ही मालवनी पुलिस का आभार व्यक्त किया। (Mumbai- A 26-year-old pregnant mother expressed her gratitude for the commendable work of the police)
क्या है मामला?
मामला, मालवनी गेट नंबर 8, म्हाडा कॉलोनी का है। यहां रूम नंबर 51 के रहने वाले सुफियान का पिछले वर्ष 2023 में जरीना के साथ शादी हुई थी। जैसे ही जरीना को लड़की हुई तब से सुफियान और उसका परिवार मार-पीट करना शुरू कर दिया। यहां तक की अपनी प्रेग्नेंसी के लिए जरीना को अकेले अपने गांव जाना पड़ा। अपने गहने बेचकर अस्पताल का खर्च गहन करना पड़ा। बाद में जरीना को लगा कि मामला शांत हो गया होगा। वापस आई तो एक बार फिर प्रेगनेंट हो गई और इतनी पिटाई कर दी गई की जरीना मरते-मरते बची। मालवनी पुलिस में इसको लेकर 14 अगस्त 2024 को शिकायत की गई है। (Mumbai- A 26-year-old pregnant mother expressed her gratitude for the commendable work of the police)
लड़की अगर नहीं रहना चाहती तो उसे रोका नही जा सकता ..
आप को यह भी बता दें कि एक ही परिवार के दो बहनों के लड़का और लड़की के बीच शादी हुई थी। सब कुछ अच्छा चल रहा था। लेकिन लड़की के जन्म होते ही परिवार में खटास पैदा हो गई। लगातार हो रहे मार पीट से अपनी लड़की को बचाने के लिए जरीना की मां मुंबई आई तो उसे अपने पहचान वाले के घर रूकना पड़ा और जरीना के ससुराल वालों से बात की तो कहने लगे अपना दहेज का पूरा सामान लेकर जाओ और मामला हमेशा हमेशा के लिए खत्म करो नहीं तो जरीना को जाने नहीं देंगे। इसी बीच सुफियान ने अपनी 4 महिने की बच्ची को अकेले कमरे में डाल कर बाहर से ताला लगा दिया। जबकि जरीना कह रही थी कि मुझे सिर्फ इस वक्त के लिए अपने मायके जाने दो मैं दो-दो बच्चों को लेकर अकेले कैसे गुजारा कर सकती हूँ। इसी बीच फिर से मार-पीट हुई तो पुलिस कंट्रोल से मदद मांगी गई। पुलिस आई तो सुफियान की मां पुलिसकर्मियों से भी धक्कामुक्की करने लगी। इसकी सूचना पाकर डिटेक्शन की टीम लाठी डंडे के साथ पहुची तब जाकर मामला शांत हुआ और पुलिस ने ताला खुलवा कर बच्ची को मां के हवाले किया और सभी लोगों को थाने ले आई। (Mumbai- A 26-year-old pregnant mother expressed her gratitude for the commendable work of the police)
पति द्वारा दिए दो बच्चों का मैं क्या करूँ?
मालवनी पुलिस थाने में आने के बाद भी सुफियान और उसका परिवार काफ़ी हंगामा करने लगा। पुलिस ने जब डाटते हुए कानूनी प्रक्रिया को समझाया तब जाकर सुफियान और उसका परिवार शांत हुआ। इसके बाद जरीना पुलिस को अपने साथ ले गई और अपने और अपने बच्चे के जरूरत के सामान और कपड़े बैग में भरकर वापस पुलिस थाने आई और पुलिस को एक लिखित सूचना पत्र देकर अपने मायके के लिए रवाना हो गई। जबकि जरीना को अपने ससुराल से निकलना आसान नहीं था। लेकिन मालवनी पुलिस की मदद से वह सुरक्षित अपने मायके के लिए रवाना हो गई। इसके लिए जरीना ने मालवनी पुलिस थाने के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक चिमाजी आढ़ाव और उनके स्टाफ का आभार व्यक्त किया। जरीना का कहना है कि सुफियान का अब मुझसे दिल भर चूका है। वह लड़के की चाह में दूसरी शादी करना चाहता है। इसिलिए वह मुझे मायके जाने से पहले शादी को खत्म करने की बात कर रहा है। लेकिन सुफियान ने जो मेरी कोख में दो बच्चे दिए हैं उनकों लेकर मैं क्या करूँ? (Mumbai- A 26-year-old pregnant mother expressed her gratitude for the commendable work of the police)
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