इस्माइल शेख
मुंबई- नकली नोटों (Fake Note) की छपाई और वितरण में अंतर्राष्ट्रीय (international) गिरोह आज भी सक्रिय है। सरकार द्वारा नोट बंदी किए जाने के बावजूद नोटों की कालाबाजारी रुकने का नाम नहीं ले रही है। बुधवार को मुंबई क्राईम ब्रांच के यूनिट 11 (Mumbai Crime Branch Unit-11) के पुलिस अधिकारियों ने 7 ऐसे अंतर्राष्ट्रीय (International) गिरोह का पर्दाफ़ाश किया है। जो नकली नोट (Fake Note) छापकर शहरों में वितरण कर रहे थे। इनके पास से कुल 7 करोड़ रुपयों का खेप बरामद किया गया है। जो क्रमश: 2000 के नकली नोट बताए जा रहे हैं।
मुंबई क्राईम ब्रांच (Mumbai Crime Branch) यूनिट 11 के प्रभारी पुलिस निरिक्षक विनायक चव्हाण ने इसका खुलासा करते हुए बताया, कि विश्वसनीय सूत्रों से मिली जानकारी के आधार पर, मंगलवार की शाम, दहिसर (Dahisar) चेक पोस्ट पर एक कार को रोका। गिरफ्तारी के पश्चात् अपराधियों को बोरिवली कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें 31 जनवरी तक के लिए पुलिस गिरफ्त में भेज दिया गया है। मामले की और अधिक तहकीकात जारी है।
पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया, कि “कार में बैठे 4 व्यक्तियों को पकड़कर उनसे पूछताछ की। कार की खोजबीन में पुलिस को एक बैग मिला जिसमें दो हजार (2000) के नकली नोटों के 250 बंडल थे जिनका मूल्यांकन लगभग 5 करोड़ रुपये है।” अधिक जानकारी देते हुए उन्होंने कहा, कार में सवार 4 व्यक्तियों से पूछताछ में पुलिस को उनके तीन और मित्रों का पता चला।
जानकारी प्राप्त होते ही, पुलिस ने अंधेरी (Andheri) (पश्चिम) के एक होटल में छापेमारी की और तीनों लोगों को हिरासत में लेकर खोजबीन की गई तो, पुलिस ने बताया, कि उनके पास से दो हजार (2000) के नकली नोटों के सौ (100) और बंडल मिले जिनका बाजार मुल्यांकन 2 करोड़ रुपये आंके जा रहे है।
नकली नोटों के अलावा अपराधियों के पास से पुलिस ने एक लैपटॉप, 7 मोबाइल फोन, 28,170 रुपये के असली नोट तथा कई अन्य चीजें जब्त की गई है। डिटेक्शन-1 के पुलिस उपायुक्त (DCP) संग्रामसिंह निशानदार ने बताया, कि तहकीकात में पता चला है, कि नकली नोट छापने तथा उनके वितरण में एक अंतरराज्यीय गिरोह काम कर रहा था।
नकली नोटों की कैसे करें पहचान
100 रुपये के असली नए नोट की पहचान करने का पहला तरीका यह है कि 200, 500 और 2000 रुपये के नोट के बारे में तो इन पर यह मूल्य एक रंग (Colour) बदलने वाली स्याही (ink) से लिखा होता है। जब नोट को समतल रखा जाता है तो इन अंकों का रंग हरा (Green) दिखाई देता है, लेकिन जब इन्हें थोड़ा घुमाया जाए तो यह नीले रंग (Blue Colour) में बदल जाता है।
इसके अलावा नोट को किसी लाइट के सामने रखने पर यहां 500 लिखा हुआ दिखता है। इस दौरान आंख के सामने 45 डिग्री के एंगल पर नोट रखेंगे तो यहां 500 लिखा दिखेगा और यहां पर देवनागरी में 500 लिखा होता है।
वहीं पुराने नोट (Old Note) से तुलना करें तो महात्मा गांधी की तस्वीर का ओरिएंटेशन और पोजिशन थोड़ा अलग है। दरअसल इस नोट को हल्का मोड़ेंगे तो सिक्योरिटी थ्रीड का कलर हरा से नीला (Green to Blue) हो जाता है। वहीं पुराने नोट की तुलना में गवर्नर के सिग्नेचर, गारंटी क्लॉज, प्रॉमिस क्लॉज और RBI का लोगो दाहिनी तरफ शिफ्ट हो गया है। यहां महात्मा गांधी की तस्वीर है और इलेक्ट्रोटाइप वाटरमार्क भी है।
500 के नोट की छपाई का साल लिखा हुआ है। सेंटर की तरफ लैंग्वेज पैनल है। स्लोगन के साथ स्वच्छ भारत का लोगो मुद्रित है। इसी के साथ बैंक के 10, 20, और 50 मूल्यवर्ग के नोट पर फ्रंट साइड में सिल्वर रंग की मशीन रिडेबल सुरक्षा धागा होता है। यह सिक्योरिटी धागा अल्ट्रावायलेट प्रकाश में रखने पर पीले रंग का प्रतीत होता है। लाइट के विपरीत रखने पर यह एक सीधी रेखा में दिखता है।
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