इस्माइल शेख
मुंबई- मालाड़ के आक्सा बीच इलाके से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां दो महिलाओं के साथ एक व्यक्ति गैंग बनाकर खुद को एंटी करप्शन (Anti Corruption) के अधिकारी बताते हुए पिछले हफ्ते अक्सा समुद्र तट से सटे एक लॉज पर छापा मारा और वहां युवा जोड़ों से उनके माता-पिता को सूचित करने की धमकी देकर पैसे की मांग की। हालांकि, लॉज मालिक को शक हुआ और उसने मालवानी पुलिस (Malvani Police) को सूचित कर दिया। जिसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर फर्जी अधिकारी बनकर आए तीनों आरोपियों की जबरन वसूली की योजना को विफल कर दिया।
मालवनी पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, आरोपियों की पहचान मनोज कुमार रामसय्या सिंह, अनीता वर्मा और काजिया खान के रूप में हुई है। सभी आरोपी एक प्राइवेट संस्था के तहत एनजीओ (NGO) चलाते हैं। खास कर संस्था का नाम ‘एंटी करप्शन कमेटी ऑफ इंडिया’ बताया जा रहा हैं, चूंकि घटना में पुलिस ने दबीश शाम को दी थी, इस कारण पुलिस ने केवल 14 जुलाई की शाम युवक को ही गिरफ्तार कर, महिला आरोपीयों काजिया खान और अनीता वर्मा को उनकी पूरी जानकारी दर्ज कर अगले दिन सवेरे थाने में रिपोर्ट करने का निर्देश दिया और उन्हें घर जाने के लिए रवाना कर दिया। हालांकि वे फरार हो गई।
आरोपियों ने धमकाते हुए मांगे थे पैसे..
पुलिस बताया कि मनोज कुमार रामसय्या सिंह और अनीता वर्मा पुणे के रहने वाले हैं, जबकि काजिया खान मलाड (Malad) पश्चिम, मालवानी (Malvani) के आजमी नगर की रहने वाली है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, लॉज में फर्जी छापेमारी के दौरान तीनों ने मालिकों के साथ ग्राहकों का रिकॉर्ड खंगालना शुरू कर दिया और लॉज में ठहरे कपल्स को उनके कमरे से बाहर निकाल दिया, उनके माता-पिता के फोन नंबर मांगे और उन्हें सूचित करने की धमकी देते हुए पैसों की डिमांड की थी।
फर्जी छापेमारी का खेल..
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, लॉज में घूस कर आरोपीयों ने सभी को डराया धमकाया इसके साथ ही, कपल्स और लॉज मालिक से प्रत्येक 5,000 रुपये की डिमांड की थी। हालांकि, वह उनके जाल में नहीं फंसे। दरअसल लॉज मालिक ने पुलिस को खबर कर दी थी। जिसके बाद क्षेत्रीय मालवनी पुलिस थाने के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक शेखर भालेराव के नेतृत्व में पुलिस उपनिरीक्षक नीलेश सालुंखे और उनकी टीम ने मौके पर पहुंचकर तीनों को हिरासत में ले लिया। सिंह फिलहाल पुलिस हिरासत में है। पुलिस को संदेह है कि यह उनका जबरन वसूली का पहला प्रयास नहीं था! मामले की और अधिक जांच मालवनी पुलिस कर रही है।
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