Mumbai: राह चलते दोस्ती करना पड़ा महंगा, 2 महिनों में 22 लाख की चपत

मुंबई के 68 वर्षीय रिटायर सरकारी कर्मचारी को दो लोगों ने राह चलते दोस्ती बनाकर पिछले 2 महिनों के भीतर गूगल-पे (Google Pay) के ज़रिए 22 लाख रुपये की चपत लगा दी। दिंडोशी पुलिस ने किया दोनों को गिरफ्तार।

इस्माइल शेख
मुंबई
– महाराष्ट्र की राजधानी एवं मायानगरी मुंबई में ठगी का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। गोरोगांव में एक बुजुर्ग की जिंदगी भर की कमाई को दो युवकों ने दो महीने में धीरे-धीरे गूगल-पे के ज़रिए निकाल लिए। शिकायतकर्ता जब कुछ काम से पैसे निकालने बैंक गये तो पता चला कि उनके खाते से 22 लाख रुपए गूगल-पे के ज़रिए निकाल लिए गए हैं। यह सुनते ही बुजुर्ग के पैरों तले जमीन खिसक गई। उन्होंने आनन-फानन में इसकी सूचना संबंधित पुलिस स्टेशन पर दी और पुलिस ने मामले की जांच के दौरान दो युवकों को गिरफ्तार कर लिया है। (Mumbai Crime News)

मिली जानकारी के मुताबिक, गोरेगांव पूर्व के रहने वाले 68 वर्षीय नाइक हाल ही में सरकारी सेवा से रिटायर हुए हैं। रिटायरमेंट के बाद उन्हें 22 लाख रुपए मिले थे। ये पैसे उनके अकाउंट में पड़े थे। नाइक रिटायरमेंट के बाद प्रतिदिन सुबह के वक्त दिंडोशी बस डिपो के पास टहलने जाया करते थे। यहां पर उनकी दो अनजान युवकों से मुलाकात हो गई। इसी दौरान दोनों युवकों से उनका मेल-मिलाप काफी बढ़ गया। दोनों युवक उनसे मोबइल लेकर गेम खेला करते थे। भरोसे के साथ नाईक उन्हें अपना मोबाइल उन्हें दे देते थे। (Dindoshi Police Station)

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कैसे लगी चपत..?

नाइक ने बताया कि उनको यह नहीं पता था कि ये युवक मोबाइल गेम खेलने के बहाने उनके अकाउंट से रुपये गायब करने में लगे हैं। मोबाइल पर पैसे निकलने के जो मैसेज आते थे, ये लोग उसे भी डिलीट कर देते थे। उन्हें इस बात की जानकारी नहीं हो रही थी, कि उनके अकाउंट से पेसे निकले हैं। दो महीने बाद एक दिन पैसे की जरूरत होने पर वह बैंक से पैसे निकलवाने गए। जब बैंक कर्मी ने बताया, कि ‘आपके अकाउंट में रुपये ही नहीं हैं।’ तो, वह हैरान रह गए। बैंक कर्मी ने बताया, कि ‘गूगल-पे से रुपये निकाल लिए गए हैं।’ (Goregaon)

बदमाशों ने अपना जुर्म कबूला..

अकाउंट से पैसा गायब होने की वजह से नाईक सीधे पुलिस स्टेशन पहुंचे और मामले की जानकारी दी। दिंडोशी पुलिस ने मामला दर्ज कर तुरंत छानबीन शुरू कर दी। पुलिस ने जांच के दौरान दोनों युवकों को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो दोनों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। दोनों युवकों की पहचान 22 वर्षीय शुभम तिवारी और 28 वर्षीय अमर गुप्ता के रूप में हुई। (Indian Fasttrack News)

बदमाशों ने किया जुर्म का खुलासा..

दिंडोशी पुलिस की पूछताछ में दोनों बदमाशों ने बताया, कि गेम खेलने के बहाने नाइक का मोबाइल ले लेते थे। उसके बाद गूगल-पे से पैसा अपने अकाउंट में ट्रांसफर कर लेते थे। उनके मोबाइल पर जो मैसेज आता था, उसे डिलीट कर देते थे और फिर नाइक को मोबाइल दे देते थे। पुलिस ने बताया, कि पूछताछ के बाद दोनों युवकों को गिरफ्तार कर लिया गया है। यह भी पता लगाया जा रहा है, कि अभी तक इन लोगों ने कितने और लोगों को ठगा है।


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