नितिन तोरस्कर (मंत्रालय प्रतिनिधि)
मुंबई- 13 अक्टूबर महाराष्ट्र सरकार ने उन किसानों के लिये 10 हजार करोड़ रुपये की सहायता की घोषणा की है जिनकी फसल राज्य में भारी बारिश के कारण बर्बाद हो गई थी। मंत्रालय में आज की बैठक के दौरान इस पर फैसला किया गया।
बुधवार को राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, उप मुख्यमंत्री अजित पवार एवं लोकनिर्माण मंत्री अशोक चव्हाण ने मुंबई स्थित मंत्रालय में संयुक्त रूप हुई बैठकीय चर्चा के बाद किसानों की सहायता पर इसकी घोषणा की। आप को बता दें कि उप मुख्यमंत्री अजित पवार के पास राज्य के वित्त मंत्रालय की जिम्मेदारी भी है।
इसमें कहा गया कि भारी बारिश के कारण जिन किसानों की फसलों का नुकसान हुआ उन्हें मुआवजा दिया जाएगा। राज्य सरकार की ओर से जारी बयान में कहा गया, कि “किसानों की जोत का आकार चाहे जो हो उन्हें दो हेक्टेयर जमीन पर फसल के नुकसान के लिये मुआवजा दिया जाएगा।” बैठक के उपरांत हुए सामूहिक चर्चा के बाद राज्य सरकार द्वारा जारी अपने बयान में कहा, कि “राज्य की अघाड़ी सरकार ने सहायता के वितरण के संदर्भ में राष्ट्रीय आपदा राहत कोष (NDRF) के निर्देशों के लिए और इंतजार नहीं करने का फैसला किया है।
सरकार ने एक बयान में कहा, कि “इस साल जून से अक्टूबर के बीच हुई अत्याधिक भारी बारिश के कारण 55 लाख हेक्टेयर भूमि पर फसल को नुकसान पहुंचा है। किसानों को कुछ राहत पहुंचाने के लिये राज्य की अघाड़ी सरकार ने प्रभावित किसानों को 10 हजार करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता देने का फैसला किया है।”
इसमें कहा गया कि गैर-सिंचित भूमि पर फसल के नुकसान के लिये किसान को 10 हजार रुपये प्रति हेक्टेयर तथा सिंचित भूमि पर फसल के नुकसान के लिये 15 हजार रुपये प्रति हेक्टेयर की दर से मुआवजा दिया जाएगा। राज्य के मुख्यमंत्री मंत्री श्री. उद्धव बाला साहब ठाकरे की शिवसेना नेतृत्व वाली महाविकास अघाड़ी सरकार के बयान में कहा गया, कि “बहुवर्षीय फसल जो बागवानी के तहत आती है,उसके लिये किसानों को मुआवजे के तौर पर प्रति हेक्टेयर 25 हजार रुपये दिए जाएंगे।”
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