इस्माइल शेख
मुंबई- दिंडोशी पुलिस ने आंगडीया कारोबार के एक अंतर्राष्ट्रीय फर्जी गिरोह का पर्दाफ़ाश किया है। जिसमें लूट को अंजाम देने के लिए और अपने आंगडीया कारोबार को प्रमाणित बताने के लिए रिहाइशी इलाके में ऑफिस का भी इस्तेमाल किया गया था। 2 करोड़ रुपये की ठगी पर मिली शिकायत के बाद दिंडोशी पुलिस ने देश के अलग-अलग हिस्सों से कुल 7 लोगों को गिरफ्तार किया है। अब तक इनके पास से 49 लाख 60 हजार रुपए बरामद किए गए हैं।
मुंबई पुलिस परिमंडल 12 के पुलिस उपायुक्त सोमनाथ घार्गे ने बताया, कि मालाड़ पूर्व के दफ्तरी रोड़ स्थित आशा हॉस्पीटल के पास करिश्मा प्लाझा के ऑफिस क्रमांक 601 में फर्जी आंगडीया कारोबार का दफ्तर खोला गया था। यहां से बाकायदा लोगों के किमती चीजों और धन को सुरक्षित ट्रांसफ़र करने का कारोबार किए जाने का लोगों के बीच विश्वास दिलाया जा रहा था। 4 फरवरी को मरोल, अंधेरी के रहने वाले 70 वर्षीय शिकायतकर्ता जगदीशप्रसाद लालचंद पोद्दार ने 2 करोड़ रुपये सुरक्षित ट्रांसफ़र करने के लिए इकबाल शेख, निसार अहमद और यशवंतसिंह द्वारा बताए आंगडीया कारोबारी मधुमदन उर्फ मुरली को उसके ऑफिस में जाकर दिए।
जब, कि मधुमदन उर्फ मुर्ली पैसे ट्रांसफ़र करने के बजाया अपने फायदे के लिए अपने साथियों के साथ दफ्तर बंदकर फरार हो गए। ठगी का शिकार होने के बाद जगदीशप्रसाद ने इसकी शिकायत दिंडोशी पुलिस को की! पुलिस ने फरियाद के आधार पर गु.र.क्र. 157/2022 में भा.द.स. की धारा 406, 420, 120 (ब) और 34 के तहत मामला दर्ज कर तहकीकात शुरू कर दी। जांच में पुलिस ने पाया कि आरोपियों द्वारा शिकायतकर्ता को बताऐ गए अपने नाम भी फर्जी थे! ऐसे में पुलिस को जांच में ज्यादा दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
दिंडोशी पुलिस थाने के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक जीवन खरात ने जानकारी देते हुए बताया, कि मामले की तहकीकात के लिए पुलिस थाने के डिटेक्शन टिम के सहायक पुलिस निरीक्षक डॉ. चंद्रकांत घार्गे और पुलिस उपनिरीक्षक कन्हेरकर को दो गुटों में बांटा गया। वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक जीवन खरात ने बताया, कि तकनीकी सहायता और मुखबिरों की मदद से कुल 7 आरोपियों को विभिन्न ठिकानों से गिरफ्तार किया गया है।
मिली जानकारी के मुताबिक, मुख्य आरोपी मुरली कुलबर्गी को बैंगलूर से, अमोल कांबळे को धारावी से, रुपींदर अरोरा को गोवा से, निसार अहमद को तलोजा से, इकबाल शेख को डोंगरी से, दुर्गा चोडणेकर को कल्याण से, यशवंतसिंह को आंबिवली से हिरासत में लिया गया है। पुलिस ने जांच में पाया की यह अंतर्राष्ट्रीय गिरोह लोगों को ज्यादा पैसा मिलने का प्रलोभन दिखा कर आंगडीया कारोबार से पैसे ट्रांसफ़र करने पर दबाव बनाते थे। पुलिस ने आरोपियों को पास से अब तक कुल 49 लाख 60 हजार रुपए हस्तगत किए हैं।
मामले की और अधिक तहकीकात की जा रही है।
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