मुंबई क्राइम ब्रांच यूनिट 6 ने चेंबूर इलाके में 10वीं और 12वीं की फर्जी मार्कशीट बेचने वाले गिरोह का पर्दाफाश कर 4 लोगों को गिरफ्तार किया है। ये लोग 4-4 हजार रुपए में फर्जी मार्कशीट बेच रहे थे।
इस्माईल शेख
मुंबई– 10वीं और 12वीं क्लास का एग्जाम पास करने के लिए स्टूडेंट्स को कड़ी मेहनत करनी पड़ती है लेकिन कुछ लोग फर्जी मार्कशीट बनाकर न केवल स्टूडेंट्स की मेहनत पर पानी फेर रहे हैं, बल्कि पूरे एजुकेशन सिस्टम पर सवाल खड़े कर दे रहे हैं। मुंबई क्राईम ब्रांच ने एक गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो फर्जी मार्कशीट बेचने का काम करता था। यहां पुलिस प्रशासन वह भी मुंबई पुलिस को सही में सराहा जाना चाहिए! शायद कोई और राज्य या जगह होती तो पकड़े जाने के बाद भी बटवारे की महक जरूर होती!
मुंबई क्राइम ब्रांच यूनिट 6 ने चेंबूर इलाके में 10वीं और 12वीं की फर्जी मार्कशीट बेचने वाले गिरोह का पर्दाफाश कर 4 लोगों को गिरफ्तार किया है। मार्कशीट 4 हजार रुपए में बेची जा रही थी। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान दानिश सिराजुद्दीन खान, राजासाहब चौधरी, मोहम्मद फैज मुर्तुजा और सलमान खान के रूप में हुई है।

मुंबई में फर्जी मार्कशीट का भांडाफोड़
पुलिस ने आरोपियों को अदालत में पेश किया और अदालत ने उन्हें 18 अप्रैल तक के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया है। इस बीच मामले की और अधिक तहकीकात के लिए पुलिस को समय मिल चुका है। बाद में ये बात भी सामने आ रही है, कि कुछ लोगों से फर्जी SSC और HSC प्रमाणपत्र और मार्कशीट छापने के 50 हजार रुपये तक का सौदा हुआ है। इसमें और भी खुलासे होने की बात सामने आ रही है।
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