मुंबई में नकली कॉलसेंटर का खुलासा, पैसों की हेराफेरी कर रहे थे ये लोग

मुंबई के मालाड़ से 2 लोगों को गिरफ्तार कर मुंबई क्राईम ब्रांच के यूनिट 11 ने नकली कॉलसेंटर का खुलासा किया है। यहां फॉरेक्स ट्रेडिंग के नाम पर भारतीय नागरिकों से पैसों की हेराफेरी की जा रही थी।

इस्माईल शेख
मुंबई-
मालाड़ पश्चिम के रामचंद्र लेन स्थित जसवंती इलाईट बिजनेस सेंटर से मुंबई क्राईम ब्रांच की यूनिट 11 के अधिकारियों ने नकली कॉल सेंटर का खुलासा किया है। यहां फॉरेक्स ट्रेडिंग के नाम पर पूरे भारत एवं देश के बाहर रहने वाले भारतीय नागरिकों को निशाना बनाया जा रहा था। (Mumbai Maharashtra Malad fake call centre Crime Branch News)

मुंबई क्राईम ब्रांच यूनिट 11 के प्रभारी पुलिस निरीक्षक विनायक चौहान ने जानकारी देते हुए बताया, कि मालाड़ पश्चिम के रामचंद्र लेन स्थित जसवंती इलाईट बिजनेस सेंटर में दुकान क्रमांक 705 मोडर्न फेसिलिटी मैनेजमेंट (Modern Facility Management) के नाम पर कॉल सेंटर चलाया जा रहा था। जहां से देश भर में और देश के बाहर रह रहे भारतीय नागरिकों को कॉल कर उन्हें फॉरेक्स ट्रेडिंग के ज्यादा मुनाफा का लालच दिया जा रहा था और बाद में नुकसान बताकर लोगों से धोखाधड़ी की जा रही थी।

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नकली कॉलसेंटर,
कॉलसेंटर के इमारत की तस्वीर

नकली काॅलसेंटर

उन्होंने बताया, कि नकली काॅलसेंटर की जानकारी यूनिट के पुलिस उपनिरीक्षक अजित कानगुडे को मिली। वरिष्ठ अधिकारियों की अनुमति के बाद एक स्पेशल टीम बनाकर कॉलसेंटर में छापामारी की की गई। वहां से 2 लैपटॉप 1 सी पी यू और 5 मोबाइल फोन, 2 हेड फोन 1 राउटर जब्त किया गया है। कुल मिलाकर लगभग 1 लाख 37 हजार 500 रुपये का माल बरामद किया गया है। नकली काॅलसेंटर में 7 लोग काम करते हुए पाए गए! जांच में पता चला कि इनमें से 5 लोग पगार पर काम करते थे, जिन्हें कुछ भी जानकारी नहीं थी।

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नकली काॅलसेंटर मामले में, 32 वर्षीय अरुलदास राजू नायडू और 30 वर्षीय राजकुमार येलंगो को गिरफ्तार किया गया है। दोनों गिरफ्तारी आरोपी आपस में पार्टनर है। ये लोग कॉलसेंटर के जरिए लोगों को फोन कर ज्यादा मुनाफा का लालच बताकर अपनी ही वेबसाइट के जरिए पैसे इंवेस्ट करवाते थे और बाद में वहीं फायदा दिखाते हुए नुकसान दिखा दिया करते थे। ये सारा खेल ऑनलाइन फ्राड के जरिए किया जाता था जो किसी भी अनुमति के बगैर यहां चलाया जा रहा था! पुलिस ने गिरफ्तार कर 26 अप्रैल को न्यायालय में पेश किया जहां से 28 अप्रैल तक मामले की और अधिक तहकीकात के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। मामले की तहकीकात मुंबई क्राईम ब्रांच की यूनिट 11 कर रही है।


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