- स्कूली बच्चों की जान को खतरा
- नही है सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
संवाददाता – (इस्माइल शेख)
मुंबई – कांदिवली पश्चिम रुपारेल एसआरए प्रकल्प के तहक लगातार हादसों का दौर चल पड़ा है! यहां रहने वाले लोग अपनी जान हथेली पर लिए जी रहे हैं! झोपड़पट्टी पुनर्वसन प्राधिकरण ने लोगों की सुरक्षा पर इस प्रकल्प को रोकने का आदेश दिया हुआ है! उसके बावजूद यहां बिल्डर अपने निजी फायदे के लिए बिल्डिंग का निर्माण कार्य चालू रखा हुआ है!
ताजा खबर के मुताबिक के. डी. कंपाउंड के महावीर स्कूल को एसआरए के तहत बिल्डर रूपारेल की ओर से ट्रांजिट कैप का स्कूल बना कर दिया हुआ है, वहीं पास मे इमारत का निर्माण कार्य किया जा रहा है जिसने फिर एक बार सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम न होने के कारण बांधकाम का मलबा स्कूल के पतरे पर जा गिरा, महावीर स्कूल के संस्थापक व कृपाशंकर तिवारी ने बताया कि, उस समय स्कूल मे बच्चों की क्लास चल रही थी! मलबे गिरने की आवाज़ इतनी भयंकर थी कि बच्चे डर गये, और सब क्लास से बाहर निकल गए, देखा की स्कुल के ट्रांजिट कैंप का उपरी पतरा मुड़ गया और एक बड़ा हादसा होने से बच गया, यदि रूपारेल बिल्डर ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नही किये तो कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है! जिसके जिम्मेदार विकासक अमित रूपारेल और लोकेश खंडेलवाल होंगे! कांदिवली पुलिस के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक नितिन पोंडकूले ने बताया कि, मामले मे पंचनामा कर लिया गया है संबंधित विभाग को सुचित किया जाएगा!
बता दें कि, 4 जून को यहां बिल्डर द्वारा सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नही होने के कारण 7 साल के मासूम बच्चे की मौत हो गई थी, जिसके बाद काफी हंगामा हुआ, कादिवली पुलिस ने जिसमे कांदिवली पुलिस ने पंचनामा कर बिल्डर्स और उनके भागीदारों तथा संबंधित कर्मचारीयों के खिलाफ गु.र.क्र. 314/19 भादवी की धारा 304(अ),34 के तहत मामला दर्ज किया है! मिली जानकारी के मुताबिक, चौधरी नामक इमारत निर्माण कार्य के सुपरवाइज़र को गिरफ्तार किया गया है और अमित रुपारेल, लोकेश खंड़ेलवाल, प्रदीप अहिरे, रुपारेल बिल्ड़र्स के भागीदार एवं अन्य जवाबदार पुलिस की शिकंजे से बाहर हैं! जिनकी कभी भी गिरफ्तारी हो सकती हैं! जानकारी के मुताबिक 3 मार्च को भी ऐसे ही मामलों के कारण एक कुत्ते की मौत हो गई थी जिसमे कांदिवली पुलिस ने पंचनामा कर अब तक जांच कर रही है!
झोपड़पट्टी पुनर्वसन प्राधिकरण ने 7 जून को एक पत्र जारी किया, जिसमे बिल्डर और आर्केटेक्ट को इस प्रोजेक्ट मे लोगों के जान की सुरक्षा के इंतजाम नही रखने करने के कारण इमारत बांधकाम को रोकने का निर्देश दिए गया है, मामले मे राज्य के नगरविकास मंत्री योगेश सागर ने भी झोपडपट्टी पुनर्वसन प्राधिकरण विभाग को निर्देश दिए हुऐ है! पर बिल्डर किसी भी नियम कानून को नही मानता!
चारकोप से घर बचाओ संघर्ष समिति के अध्यक्ष अमीन इद्रीशी ने बताया कि, जिस रिहेब बिल्डिंग बजरंग/साईकृपा से महावीर स्कुल की छत पर मलबा गिरा है! वह पूरी तरह से अवैध बिल्डिंग है, क्योंकि एसआरए ने प्लिंथ के अलावा उस बिल्डिंग को सी.सी. नही दी है! हमारी शिकायत पर एसआरए के मुख्य कार्यकारी अधिकार ने डिवाईसी अधिकारी मिटकर को जांच का जिम्मा सौंपा है! मिटकर का कहना है कि जल्द ही एसआरए के अधिकारी बिल्डिंग की जांच रिपोर्ट तैयार कर अवैध कार्य पर पेनाल्टी लगाने वाले हैं! खास कर इस बिल्डिंग के लिए स्टॉप वर्क का नोटिस तथा बिल्डर व आर्किटेक्ट पर MRTP की कार्यवाई करेंगे ऐसा आश्वासन दिया है! मुंबई मे झोपड़ों पर एक ईंट रखने पर डेमोलेशन की कार्यवाई हो जाती है,यहाँ इतनी बड़ी बिल्डिंग अवैध है उस पर कोई कार्यवाई नही, एसआरए में भ्रष्टाचार अपनी चरम सीमा पर है, इस प्रोजेक्ट पर एसआईटी के तहत बिल्डर तथा एसआरए अधिकारियों की यहां जांच होनी चाहिए तभी भ्रस्टाचार कुछ हद तक रुक सकता है!
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