- (बृहन्मुंबई महानगरपालिका जनसंपर्क विभाग- क्रमांक:पीआरओ349/दि17.10.2020)
सुरेंद्र राजभर
मुंबई– कोविड 19 का संक्रमण महाराष्ट्र के विशेषरूप से मुंबई को अपने चपेट में ले लिया था! इसमें डॉक्टर, पुलिस, स्वास्थ्यकर्मियों ने जीवन को दांव पर लगाकर लड़ने की ठान लिया! दूसरों की रक्षा में स्वास्थ्यकर्मी, पुलिस, सफ़ाई कर्मी और डॉक्टरों को आम जनों के साथ अपनी जान तक गंवानी पड़ी मग़र हताश नहीं हुए! कोरोना पर विजय पाना एकमात्र लक्ष्य था!
मुंबई में कोविड-19 से लड़ने की ज़िम्मेदारी बृहन्मुंबई महानगर के प्रशासनिक अस्पतालों पर थी, क्योंकि आम मुंबईकर प्राइवेट अस्पतालों के महंगे ख़र्च झेलने में समर्थ नहीं थे! मनपा अस्पतालों में बीकेसी ने बेहद अच्छी तरह संक्रमित लोगों का उपचार कर सफलता पाई है! बता दें कि BKC मनपा अस्पताल में विशेष रूप से कोविड संक्रमित लोगों के इलाज़ के लिए तैयारी की गई थी! जहाँ पहले जांच बाहर से होती थी, बाद में जांच अस्पताल में की जाने लगी!
महापौर ने सराहा
BKC मनपा अस्पताल में कुल 10 हज़ार 17 मरीज़ भर्ती हुए जिनमें से 9145 लोगों को स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया! कीर्तिमान स्थापित करने वाले बीकेसी अस्पताल में एक भी संक्रमित की मृत्यु नहीं हुई! महापौर किशोरी पेडणेकर ने उक्त अस्पताल की उपलब्धियों को सराहा है! इस अस्पताल में कुल 217 डॉक्टर्स, 208 नर्सेस, 232 वार्ड बॉयज, प्रमुख डॉक्टर डेरे के नेतृत्व में कीर्तिमान स्थापित किया है!
इस अस्पताल में 2026 बेड हैं, जिनमें 108 बेड आईसीयू 12 डायलसिस के लिए बेड हैं! संक्रमितों के उपचार के लिए बायोसेफ्टी तीन श्रेणियों में बांटी गई थी! अत्याधुनिक प्रयोगशाला स्थापित की गई! अति जोखिम वाले व्यक्ति को रेमडीसीवर इंजेक्शन देने के पूर्व आय.ए.एल. सिक्स जांच प्रयोगशाला में की जाने लगी थी! इससे15 मिनट में रोगी का विवरण प्राप्त होने लगा! इसके बाद तय किया गया कि इंजेक्शन की जरूरत है या नहीं! अस्पताल में डायमर की जांच की बात महापौर ने बताई! सी.एस.आर. फंड से मनपा के कन्टेनर में प्रयोगशाला बनाई गई! BKC के डॉक्टर्स, नर्सेस, वार्ड बॉयज के समर्पण को सलाम! हमारी शुभकामनाएं!
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