भारत में सोने की कीमतें इतिहास के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गई हैं — ₹1.30 लाख प्रति 10 ग्राम। इस तेजी ने दीवाली और धनतेरस पर पारंपरिक ज्वेलरी खरीदने के चलन को बदल दिया है। अब लोग भारी गहनों की जगह गोल्ड कॉइन, बार और डिजिटल गोल्ड में निवेश कर रहे हैं।
मुंबई: 21 अक्टूबर 2025 — भारत में सोने की कीमतों ने इस साल अब तक का सबसे ऊंचा स्तर छू लिया है। 24 कैरेट गोल्ड का रेट लगभग ₹1,30,860 प्रति 10 ग्राम पहुंच गया है — यानी साल की शुरुआत से अब तक करीब 66% की बढ़ोतरी।
इस भारी उछाल ने न सिर्फ लोगों की जेब पर असर डाला है, बल्कि दीवाली और धनतेरस जैसे त्योहारों की परंपरा को भी पूरी तरह बदल दिया है। अब लोग सोने के भारी गहने कम और गोल्ड कॉइन व बार में निवेश ज्यादा कर रहे हैं।
🪙 अब गहनों से ज्यादा निवेश पर फोकस
पहले धनतेरस पर सोने के हार, कंगन और झुमके बिकते थे,
अब लोग उसी पैसे से 10 या 20 ग्राम के गोल्ड कॉइन ले रहे हैं।
सोने के रेट 18 अक्टूबर को ₹1,34,800 प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गए — पिछले साल के मुकाबले 60% से ज्यादा महंगा।
हालांकि सोने की बिक्री का वॉल्यूम 10-15% घटा है, लेकिन कुल कारोबार का मूल्य बढ़ा क्योंकि कीमतें रिकॉर्ड ऊंचाई पर हैं।
📈 क्यों बढ़ रही हैं सोने की कीमतें?
- 🌍 वैश्विक तनाव और कमज़ोर अमेरिकी डॉलर
- 🏦 सेंट्रल बैंकों की गोल्ड खरीदारी में तेजी
- 💵 ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदें
- 🏠 निवेशकों का भरोसा — सोना सुरक्षित विकल्प
2025 की शुरुआत से ही अंतरराष्ट्रीय मार्केट में सोने की कीमतें $4,000 प्रति औंस के पार चली गई हैं, और भारत में उसी का सीधा असर देखा जा रहा है।
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🏢 ज्वेलरी कंपनियों पर असर — कौन फायदे में, कौन घाटे में
🌟 फायदे में रहने वाले ब्रांड्स:
- Titan Company (Tanishq, CaratLane) – हल्के डिज़ाइन, 9 कैरेट कलेक्शन और इन्वेस्टमेंट गोल्ड कॉइन से मार्केट में टॉप पर।
- Kalyan Jewellers – शादी सीज़न और फ्रेंचाइज़ मॉडल की वजह से राजस्व बढ़ा।
- MMTC-PAMP – निवेशक गोल्ड कॉइन और बार की खरीद में बढ़ोतरी से रिकॉर्ड मुनाफा।
⚖️ मिश्रित असर वाले ब्रांड्स:
- Rajesh Exports – रिफाइनिंग में फायदा, लेकिन पारंपरिक ज्वेलरी की बिक्री में गिरावट।
- PC Jeweller – सोने के दामों से वॉल्यूम घटा, अब डायमंड और सिल्वर पर फोकस।
📉 नुकसान में:
- छोटे लोकल ज्वेलर्स – महंगे सोने और घटते ग्राहक आधार से जूझ रहे हैं।
अब उपभोक्ता भरोसेमंद ब्रांड्स या डिजिटल प्लेटफॉर्म की ओर जा रहे हैं।
🏦 सोने में निवेश बढ़ा, लोन मार्केट भी गर्म
- गोल्ड लोन कंपनियां जैसे मुथूट और मनप्पुरम को भारी फायदा —
सोने की कीमत बढ़ने से लोन की वैल्यू भी बढ़ी। - ETF और डिजिटल गोल्ड प्लेटफॉर्म पर रिकॉर्ड इनफ्लो।
- सरकारी बॉन्ड (SGB) की मांग भी तेजी से बढ़ रही है।
💼 सोने की बढ़त का असर भारत की अर्थव्यवस्था पर
- भारत के पास लगभग 34,600 टन सोना है — कीमत करीब $3.8 ट्रिलियन।
- कीमतें बढ़ने से घरों की कुल संपत्ति में इज़ाफा।
- लेकिन सोने का इंपोर्ट बढ़ने से ट्रेड डेफिसिट भी बढ़ा —
सितंबर 2025 में भारत का ट्रेड घाटा $32.15 बिलियन पहुंच गया।
सरकार पर अब दबाव है कि इंपोर्ट ड्यूटी कम करे ताकि तस्करी पर लगाम लगे और रुपया संभले।
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🔍 लंबे समय में क्या हो सकता है?
- 2026 तक सोना ₹1.40–₹1.60 लाख प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकता है।
- सोने का फाइनेंशियलाइजेशन (ETFs, SGBs, डिजिटल गोल्ड) और तेज़ होगा।
- सिल्वर और डायमंड मार्केट में भी मांग बढ़ेगी — सस्ते विकल्प के रूप में।
- डिजिटल ज्वेलरी प्लेटफॉर्म नए निवेशकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनेंगे।
❓ FAQ सेक्शन
Q1. 2025 में भारत में सोने का रेट कितना है?
👉 24 कैरेट सोना लगभग ₹1,30,860 प्रति 10 ग्राम (अक्टूबर 2025 तक)।
Q2. लोग अब गहनों की बजाय क्या खरीद रहे हैं?
👉 अब गोल्ड कॉइन, बार और डिजिटल गोल्ड में निवेश का ट्रेंड बढ़ा है।
Q3. क्या सोने की कीमत और बढ़ेगी?
👉 एक्सपर्ट्स का मानना है कि 2026 तक सोना ₹1.40–₹1.60 लाख प्रति 10 ग्राम तक जा सकता है।
Q4. किन कंपनियों को सोने की इस तेजी से फायदा हुआ है?
👉 Titan, Kalyan Jewellers और MMTC-PAMP जैसी कंपनियों को सीधा फायदा मिला है।
Q5. क्या इससे अर्थव्यवस्था पर असर पड़ा है?
👉 हां, सोने के आयात से भारत का व्यापार घाटा बढ़ गया है और रुपया दबाव में है।
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