इस्माइल शेख
मुंबई- देश की सबसे समृद्धिशाली बृहन्मुंबई महानगर पालिका (BMC) का नगर सेवकी चुनाव कभी भी घोषित हो सकती है। ऐसे में मुंबईकरों को खुश करने के लिए बृहन्मुंबई महानगर पालिका (BMC) ने लोगों को करों में राहत देकर कर्ज और पहले से जमा पैसे के इस्तेमाल का फैसला किया है। शहर की जनता पर नए करों का बोझ लादने से भी इस बजट में परहेज किया गया है।
बृहन्मुंबई महानगर पालिका आयुक्त (BMC Commissioner) इकबाल सिंह चहल (iqbal Sing Chahal) ने मनपा (BMC) की स्थायी समिति (Standing Committee) के सामने देश की सबसे अमीर महानगर पालिका का 45949 करोड़ रुपए का बजट (Budget) पेश किया। एक जानकारी के मुताबिक, मौजूदा वित्तवर्ष के मुकाबले आने वाले वित्तवर्ष के बजट में 17.70 प्रतिशत का इजाफा किया गया है। इसके पहले 2021-22 के लिए बृहन्मुंबई महानगर पालिका (BMC) का 39038 करोड़ रुपए का बजट पेश किया गया था।
बता दें, वित्तवर्ष 2022-23 के दौरान बृहन्मुंबई महानगर पालिका (BMC) को 30743 करोड़ रुपए के राजस्व की उम्मीद है। इसके अलावा बजट के लिए मुंबई महानगर पालिका (BMC) बैंकों में जमा रिजर्व राशि में से 10667 करोड़ रुपए निकालेगी। साथ ही, इकबाल सिंह चहल ने बजट पेश करते समय बताया, कि “4998 करोड़ रुपए का आंतरिक कर्ज भी लिया जाएगा।”
संपत्ति कर माफ, 462 करोड़ का नुकसान
आगामी वित्तवर्ष से बृहन्मुंबई महानगर पालिका (BMC) के दायरे में आने वाले 500 वर्गफुट तक के घरों का संपत्तिकर माफ कर दिया गया है। इसके चलते 16 लाख 14 हजार मुंबईकरों को राहत मिलेगी हालांकि बृहन्मुंबई महानगर पालिका (BMC) को इससे 462 करोड़ रुपये का सालाना नुकसान होगा। इसके साथ ही, कोस्टल रोड के लिए बजट में 3200 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है, जबकि नए बजट के मुताबिक, शिक्षा पर 3370 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। विद्यार्थियों के लिए मुफ्त शिक्षा के साथ टैबलेट और दूसरे सामान दिए जाएंगे। छात्राओं को बेस्ट के बस में मुफ्त यात्रा की छूट दी जाएगी। विद्यार्थियों को 2 हजार रुपए की छात्रवृत्ति भी दी जाएगी। बेस्ट की नई बसें खरीदने के लिए भी 800 करोड़ का प्रावधान किया गया है। इसमें मुंबईकरों के लिए डबल डेकर बसों का भी समावेश है।
भाजपा का शिवसेना पर तंज
बृहन्मुंबई महानगर पालिका (BMC) बजट को लेकर चुनावी झुंझुना बताते हुए भारतीय जनता पार्टी (BJP) के विधायक व मनपा (BMC) में विपक्ष के नेता रहे राजहंस सिंह ने कहा, कि “कर्ज लेकर मुंबई की जनता को झुंझुना थमाने का काम शिवसेना ने किया है। मनपा में 30 वर्षों से सत्ताधारी शिवसेना ने अपनी कुर्सी हिलती देख मुंबई की जनता के सामने खयाली पुलाव परोसा है।”
उन्होंने सवाल करते हुए कहा, कि “2007 से लोगो को चौबीस घंटे पानी देने का वादा किया गया था आज तक उसका क्या हुआ? हर साल मुंबई डूबती है इस साल तो दावा किया गया है की सिर्फ 11 जगह शेष बचे हैं, जहां जलजमाव होता है।” उन्होंने कहा, कि “मनपा के पास पैसा नही है इसलिए 49 हजार करोड़ के बजट में 32 प्रतिशत काम मनपा कर्ज लेकर पूरा करना चाह रही है। बेस्ट की 6 हजार 800 करोड़ देने की घोषणा अभी कुछ दिन पूर्व की थी बजट में मात्र 800 करोड़ का प्रावधान किया गया है। बाकि 6 हजार करोड़ का क्या हुआ?”
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