BMC Election 2022: मुंबई में अकेले चुनाव लड़ने से डरी कांग्रेस, नेताओं के बदले सुर

मुंबई में अकेले चुनाव लड़ने को लेकर कांग्रेस को डर लगने लगा है। फिलहाल महाविकास अघाड़ी गठबंधन के साथ चुनाव लड़ने की पार्टी नेताओं द्वारा अपने वरिष्ठों को सुझाव पेश किया जा रहा है। (BMC Election 2022)

नितिन तोरस्कर (मंत्रालय प्रतिनिधि)
मुंबई-
बृहन्मुंबई महानगर पालिका चुनाव (‍‍BMC Election) अकेले लड़ने को लेकर हर बार घोषणा करने वाली मुंबई कांग्रेस (Mumbai Congress) अब अकेले चुनाव (Election) लड़ने से डर रही है। मुंबई कांग्रेस के अधिकांश नेता महाविकास आघाड़ी (MVA) के गठबंधन वाले दल शिवसेना (Shiv Sena) और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के साथ मिल कर चुनाव (Election) लड़ने के पक्ष में अपना सुझाव पेश कर रहे हैं।

आप को याद दिला दें, कि मुंबई कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष (Mumbai Congress President) भाई जगताप (Bhai Jagtap) ने बृहन्मुंबई महानगर पालिका चुनाव (BMC Election) के संदर्भ में कहा था, कि महाविकास आघाड़ी (MVA) के साथ गठबंधन करने से कांग्रेस को नुकसान उठाना पड़ सकता है इसलिए कांग्रेस अलग  चुनाव लड़ेगी, लेकिन 2022 का चुनाव नजदीक आने के साथ ही कांग्रेस नेताओं के सुर बदलने लग गए हैं। महाविकास आघाड़ी सरकार (MVA Government) के कांग्रेसी मंत्री असलम शेख (Minister Aslam Shaikh) और शिक्षामंत्री (Education Minister) वर्षा गायकवाड (Varsha Gaikwad) ने भी पार्टी को गठबंधन के साथ चुनाव लड़ने का सुझाव दिया है। 

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पार्टी करेगी रणनीति की तैयारी

महाराष्ट्र कांग्रेस प्रभारी हनुमंतगौड़ा कृष्णेगौड़ा पाटिल (HK Patil) मुंबई में दो दिनों के दौरे पर आए हुए हैं। इसमें पार्टी नेताओं से बृहन्मुंबई महानगर पालिका चुनाव (BMC Election) को लेकर उनकी राय ले रहे हैं। जानकारी के मुताबिक, नेताओं के राय के आधार पर पार्टी चुनावी रणनीति को तैयार करने वाली है। कांग्रेस सूत्र बताते हैं कि मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष भाई जगताप अब भी अगल चुनाव लड़ने पर अड़े हुए हैं, लेकिन उनके नेता अलग चुनाव लड़ने से डर रहे हैं।

2017 में सबसे कम सीटें

बृहन्मुंबई महानगर पालिका (BMC) में विराधी पक्ष नेता रवि राजा ने पार्टी के सामने गठबंधन के साथ लड़ने का सुझाव दिया हैं। रवि राजा का कहना है, कि “जब शिवसेना और भाजपा साथ मिल कर लड़ते थे तब तक कांग्रेस को इसका फायदा होता था, लेकिन उनके अलग लड़ने से कांग्रेस को नुकसान हुआ है। 2017 का बृहन्मुंबई महानगर पालिका चुनाव (BMC Election) इसका उदाहरण रहा है। जो की सन 1992 के बाद 2017 में सबसे कम सीटें आई हैं।”

मांग सकती है 90 सीटें का गठबंधन

कांग्रेसी सूत्रों के अनुसार, महाविकास अघाड़ी (MVA) गठबंधन के साथ मिलकर चुनाव (Election) लड़ने पर कांग्रेस पार्टी (Congress Party) शिवसेना (Shivsena) के सामने 90 सीटों की मांग रख सकती है। पिछली बार कांग्रेस की ओर से बृहन्मुंबई महानगर पालिका (BMC) में 31 नगरसेवक जीत कर आए थे, जबकि उसके 37 उम्मीदवार चुनाव में दूसरे नंबर पर थे। इसके आधार पर कांग्रेस 90 सीट देने का दावा गठबंधन के सामने रख सकती है। 


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