नितिन तोरस्कर (मंत्रालय प्रतिनिधि)
मुंबई- महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राज्य में कोरोना वायरस के विरूद्ध टीकाकरण की धीमी रफ्तार पर रविवार को चिंता जताई है और इसके साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी से इसपर चर्चा करने का मन बना लिया है। कहा कि वह अगले हफ्ते प्रधानमंत्री के साथ संवाद के दौरान यह विषय उठायेंगे। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने यह भी कहा, कि ‘टीकों की उपलब्धता मे कमी के अलावा टीका लेने में लोगों की हिचक भी एक बड़ा मुद्दा है।’
राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने लोगों से झिझक छोड़कर टीका लगवाने की अपील की है। दक्षिण मुंबई के मलाबार हिल इलाके में अपने सरकारी आवास ‘वर्षा’ में पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने राजनीति पर किसी भी प्रश्न का उत्तर देने से इनकार कर दिया। इस दौरान उनके साथ उनकी पत्नी रश्मि ठाकरे भी थीं। इस वायरस के माहौल से निपटने की उनकी सरकारी नीतियों के सवालों पर उन्होंने कहा, कि “पहले तो हम इस काम पर पूरा ध्यान लगायें कि अधिक से अधिक लोग टीका लें तथा राज्य में चिकित्सा अवसंरचना बढ़े।”
उन्होंने एक सर्वे के मुताबिक कहा,कि “लोग बूस्टर डोज की बात कर रहे हैं। पहले हम सुनिश्चित कर लें कि सभी को दोनों खुराक लग जाएं।” मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे लोग भी हैं जिन्होंने पहली खुराक नहीं ली है। उन्होंने कहा कि “वायरस की तीसरी (संभावित) लहर का प्रभाव काफी हद तक कम किया जा सकता है यदि लोग कोविड उपयुक्त आचरण करें और जिन्हें दोनों खुराक लग चुकी हैं, वे भी मास्क लगाते रहें।”
विश्वसनीय सूत्रों के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 3 नवंबर को उन 40 से अधिक जिलों के जिलाधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंस कर सकते हैं जहां कोरोना वायरस रोधी टीकाकरण बहुत सुस्त चल रहा है। इस बैठक में ऐसे जिले शामिल होंगे जहां 50 प्रतिशत से कम पहली खुराक लगी है और दूसरी खुराक की रफ्तार भी धीमी है।
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