Maharashtra Corona: वैक्सीन नहीं लगवाना।

विशेष संवाददाता
महाराष्ट्र/चंद्रपुर- Maharashtra Corona
के मामलों में ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों के बीच ‘कोरोना’ के टीकाकरण को लेकर डर का माहौल फैला हुआ है। जब कि नागपुर से सटे इस चंद्रपुर जिले के इन्हीं ग्रामीण भागों को ‘कोरोना वायरस’ के मामले में ‘हॉटस्पॉट’ पाया गया था। बता दें, कि यहां 45 से अधिक उम्र वालों की प्रशासन द्वारा वैक्सीनेशन प्रक्रिया जारी की हुई है।

Maharashtra Corona

एक तरफ जहां महाराष्ट्र की सरकार एवं केंद्र सरकार लोगों से कोरोना का टीका लगवाने की अपील कर रही है। केंद्र से लेकर राज्य सभी नागरिकों के लिए पर्याप्त टीका मुहैया करवाने की कोशिशों में जुटी है ताकि जल्द से जल्द ‘कोरोना’ नामक वायरस के खतरे को खत्म किया जा सके। वहीं महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले में मौजूद कुछ गांव ऐसे हैं। जहां के ग्रामीण वैक्सीनेशन (टीकाकरण) से घबराते नज़र आ रहे हैं। इन गांवों में कई लोगों ने साफ तौर पर टीका लगवाने से इंकार कर दिया। फ़िलहाल इन गांवों में 45 से अधिक उम्र के लोगों का टीकाकरण किया जा रहा है।

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महाराष्ट्र चंद्रपुर वैक्सीनेशन सैंटर की तस्वीर

कोरोना के मामले में ‘हॉटस्पॉट’

आप को यह जान कर के हैरानी होगी, कि जब पूरा देश इस समय ‘कोरोना’ के खतरे से खुद को बचाने के लिए वैक्सीन लगवाना चाहता है, तो वहीं महाराष्ट्र के इन गांवों में उल्टी गंगा क्यों बह रही है ? इसका खुलासा करते हुए आप को बता दें, कि दरअसल महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले के बल्लारपुर तहसील में आने वाली बामनी ग्राम पंचायत इलाके के अमित नगर, केम और केम तुकुम नाम के कुछ गांव हैं जहां लोग वैक्सीन नहीं लगवाना चाहते। जबकि बीते अप्रैल के महीने में यह पूरा इलाका कोरोना के मामले में ‘हॉटस्पॉट’ के रूप में सामने आया था। आपको और अधिक जानकारी देते हुए बता दें, कि बामनी ग्राम पंचायत में बड़ी संख्या में कोरोना के मरीज सामने आये थे जबकि कई लोगों की मौत भी हुई थी। बावजूद इसके यहां के ग्रामीण कोरोना का टीका लगवाने को तैयार नहीं है। दरअसल ग्रामीणों के मन में यह डर है कि अगर वे कोरोना का टीका लगवायेंगे तो उनकी मौत हो जाएगी। लोगों के मन से इस डर को निकालने के लिए स्थानीय प्रशासन लगातार जागरूकता अभियान चला रहा है। हालांकि जब गांव के लोगों से इस बारे में पूछा गया तो उनमें से कुछ ने साफ शब्दों में कह दिया कि, “हमसे जबरदस्ती ना करें, हमको टीका नहीं लगवाना।”

प्रशासन द्वारा टीकाकरण की तस्वीर

टीकाकरण की मुहिम

दरअसल ग्रामीणों में यह ग़लतफ़हमी पैदा हो गयी है कि कोरोना वैक्सीन लगवाने से लोगों की मौत हो जाती है। ग्रामीणों के मुताबिक अगर किसी ने वैक्सीन लगवाई तो उसे पहले बुखार आएगा फिर उसे अस्पताल में भर्ती किया जायेगा, जहां लोगों की मौत हो जाती है। ऐसा ही एक मामला इस गांव में हुआ था। जिसके बाद से ग्रामीणों ने वैक्सीन लगवाना लगभग बंद कर दिया है। प्रशासन यहां लोगों के बीच जागरुकता लाने के लिए हर तरह की कोशिश कर रही है ताकि इनके मन में पनप चुके भ्रम को खत्म कर टीकाकरण की मुहिम को आगे बढ़ाया जा सकें।


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