- Covid-19 की आड़ में अवैध निर्माण कार्य की गतिविधियां हुई तेज़…
- शिकायत कर्ताओं के प्रति अभियंता दीपक शर्मा का बगावती तेवर…!
- गैरकानूनी निर्माण कार्यों को अभियंता दीपक शर्मा का संरक्षण…
इस्माइल शेख
मुंबई- प्रायः देखा जाता है कि सरकारी कार्यालयों में आम नागरिकों के लिए एक सामान्य सूचना कार्यालय की दीवारों पर होता है, जिस पर लोगों से अपील की गई होती है, कि “किसी भी कार्य के लिए किसी भी कर्मचारी या पदाधिकारी के द्वारा किए गए गलत व्यवहार या रिश्वत आदि की मांग किए जाने पर संबंधित व्यक्ति की शिकायत फलां- फलां अधिकारी से कर सकते हैं! इसी तरह का मैसेज आज कल हर किसी के मोबाइल नंबर पर भी आता रहता है! किसी राज्य कर्मचारी द्वारा या केंद्र शासित कार्यालय के कर्मचारी अधिकारी द्वारा रिश्वत मांगने पर, भ्रष्ट आचरण करने पर ‘एंटी करप्शन ब्यूरो’ के फलां नंबर पर सूचना देवे !
शिकायतकर्ता को ही लेने के देने पड़ गए
हमें अक्सर देखने में आता है, कि किसी व्यक्ति ने ऐसी सूचनाओं से प्रेरित होकर अपनी यथा व्यथा और संबंधित अधिकारी या कर्मचारी की शिकायत कर दी! मालूम हुआ कि शिकायतकर्ता को ही लेने के देने पड़ गए धमकियां मिलने लगी इसका मतलब क्या ?
फल स्वरुप शिकायतकर्ता का ब्यौरा (विवरण) निरीक्षक अधिकारी द्वारा भ्रष्ट कर्मचारी को मुहैया करा दिया जाता है, मगर; तो किस मकसद से ? क्या संबंधित विभाग में सभी कर्मचारी व अधिकारियों में कोई गठबंधन है! यदि है तो इसकी शिकायत किससे की जाए यह बताएं!
हालांकि केंद्र सरकार द्वारा covid-19 एवं लॉकडाउन के तहत धारा 144 लागू कर दिए जाने के बाद लॉकडाउन की सरगर्मियां बढ़ गई थी! लेकिन इन्हीं सरगर्मियों की आड़ में पी/उत्तर विभाग के कार्य क्षेत्र में भूमाफियाओं और ठेकेदारों द्वारा अवैध निर्माणों की गतिविधियां तेज हो गयी! फिर भी अभी तक अवैध निर्माणों का सिलसिला है, कि जो थमने का नाम नहीं ले रहा है! जिसे प्रशासकीय अमले द्वारा पूरा संरक्षण प्राप्त हो रहा है!
ज्ञात हो कि मालाड़ (पश्चिमी) वार्ड क्रमांक 33 में अली तलाव, गांव देवी मंदिर, खारोडी विलेज साबिरिया मस्जिद रोड, जिया कंपाउंड नियर बरम बाबा ट्रेडर्स स्थित कलेक्टर की जमीन पर 2000 (दो हज़ार) वर्गफीट के खाली भूखंड पर दो व्यापारिक गालों का अवैध निर्माण कार्य ठेकेदार राहिल शेख द्वारा किया जा रहा है!
अभियंता दीपक शर्मा की सलाह
जबकि उक्त गैर कानूनी निर्माण कार्य पी/उत्तर विभाग में कार्यरत अभियंता दीपक शर्मा की सलाह व संरक्षण में गैरकानूनी निर्माण कार्य का व्यापार सरेआम डंके की चोट पर चल रहा है! इस तरह के भ्रष्टाचार का मामला प्रकाश में आया है!
मनपा सूत्रों की माने तो अभियंता दीपक शर्मा पी/उत्तर विभाग की सुनियोजित व्यवस्था को विभागीय स्तर पर मनपा मानकों की सौदेबाजी कर गैरकानूनी निर्माण कार्यों से, व्यापार करने वाले भू-माफियाओं और ठेकेदारों से बतौर-ए-नज़राने के रूप में एक मोटी रकम की वसूली में व्यस्त देखे जा रहे हैं! अब ऐसे में अभियंता दीपक शर्मा की गैरकानूनी निर्माण कार्य में संलिप्तता ही उनके भ्रष्टाचार को बयां कर रही है!
अब यहां बताना लाज़मी है कि गैरकानूनी निर्माण कार्य की जानकारी पी/उत्तर विभाग के आला अधिकारियों को दिए जाने पर, जानकारी देने वाले व्यक्ति अथवा शिकायत कर्ताओं को अभियंता दीपक शर्मा का बगावती तेवर भी देखा जा रहा है! अभियंता को यह कतई बर्दाश्त नहीं कि उनके कार्यक्षेत्र में किए जा रहे गैरकानूनी निर्माण कार्य की जानकारी विभाग से संबंधित आला अधिकारियों को प्राप्त हो!
वही भूमाफिया और ठेकेदारों द्वारा किए जा रहे गैरकानूनी निर्माण कार्यों को अभियंता दीपक शर्मा द्वारा खुला संरक्षण देने जैसा कार्य किया जा रहा है, जिस के संदर्भ में एक मोटी रकम की वसूली का भी सिलसिला जारी है! मनपा आयुक्त ऐसे भ्रष्ट रिश्वतखोर अभियंता दीपक शर्मा के खिलाफ कार्रवाई का क्या आदेश देते हैं, उनके इस फैसले का जनता को इंतजार रहेगा!
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