कृपा शंकर भट्ट
उत्तर प्रदेश- अवैध बालू खनन का खेल सिद्धार्थ नगर जिले में रुकने का नाम नही ले रहा! यहां अवैध बालू खनन होने से नदियों के आस पास के गाँवो में बरसात के समय बाढ़ का खतरा बना रहता है! अवैध तरीके से बालू खनन करने वाले माफिया, हर वक्त इस अवैध धंधे के फिराक में लगे रहते है! जिले में बहने वाली बूढ़ी राप्ती नदी का जो हिस्सा मिश्रौलिया थाना में पड़ता है, वो इन खनन माफियाओ का अड्डा बन गया है!
वर्तमान समय मे, इस नदी में रतनपुर सोनौली व अशोगवा घाट पर अवैध तरीके से बालू खनन का काम दिन हो या रात हमेशा जारी है! इन घाटो पर बालू खनन माफिया सक्रिय है और अनोखे तरीके से बालू खनन का काम कर रहे है! इन घाटों पर पहले बोरो से नदी के तट पर निकाल कर बालू इकट्ठा किया जाता है और फिर बैलगाड़ी और ट्राली में लोड कर सप्लाई की जाती है!
ट्राली से ये अवैध खनन का बालू 2 हजार 5 सौ रुपये और बैलगाड़ी से 8 सौ रुपये में खुले आम बेचा जाता है! इस अवैध खनन में लिप्त लोगो के खिलाफ कार्यवाही न होना, कहीं न कहीं अवैध बालू खनन को रोकने के लिये जो जिम्मेदार अधिकारी और कर्मचारी हैं, उनके कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़े कर रहे हैं! या यूं भी कहा जा सकता है कि बिना इनके मिली भगत के इस तरह से अवैध बालू खनन करना सम्भव नही है!
अवैध बालू खनन पर जिले के जिलाधिकारी का कहना है 3 महीने जुलाई, अगस्त और सितम्बर के लिए बालू खनन का काम रोका जाता है और कुछ जगहों से सायकिल बैलगाड़ी से खनन की जानकारी मिली है इसको रोकने और कार्यवाही करने के लिए निर्देश दिया गया है और कार्यवाही भी की जा रही है!
Discover more from
Subscribe to get the latest posts sent to your email.