कांदिवली में गुम हुआ खास बच्चा, ‘We All Connect’ की मदद से डेढ़ घंटे में मिला घर का रास्ता

मुंबई के कांदिवली इलाके में एक 6 वर्षीय ऑटिस्टिक बच्चा गुम हो गया था। ‘We All Connect’ नाम के नागरिक नेटवर्क और स्थानीय लोगों की तत्परता से सिर्फ डेढ़ घंटे में उसे सुरक्षित परिवार तक पहुंचा दिया गया।

मुंबई: कांदिवली में रविवार को एक मार्मिक घटना देखने को मिली, जब 6 साल का ऑटिस्टिक बच्चा राजस अपने आजोबा के साथ टहलते वक्त अचानक गुम हो गया।
राजस बोल नहीं पाता, इसलिए खुद का नाम या पता बताना उसके लिए मुश्किल था। लेकिन इलाके के नागरिकों और We All Connect नाम के स्थानीय नेटवर्क ने मिलकर बच्चे को सिर्फ डेढ़ घंटे में ढूंढ निकाला।

👥 समुदाय की एकजुटता से हुआ चमत्कार

राजस अपने आजोबा के साथ लोखंडवाला रोड पर घूम रहा था जब वह अचानक नज़र से ओझल हो गया।
घबराए परिवार ने ‘We All Connect’ नेटवर्क से मदद मांगी — यह कांदिवली और आसपास के इलाकों के करीब 7,000 नागरिकों का सोशल नेटवर्क ग्रुप है, जो जरूरत पड़ने पर तुरंत एक-दूसरे की सहायता करता है।

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जैसे ही जानकारी नेटवर्क पर पहुंची, सदस्य अर्चना सागर और शुभमय मैती ने पहल करते हुए आसपास के सुरक्षा गार्डों और निवासियों से जानकारी जुटानी शुरू की।
कुछ ही देर में पता चला कि एक बच्चा सावंत गार्डन (क्रांतिनगर) के पास देखा गया है।
इसके बाद स्थानीय युवकों ने पार्क और आस-पास की इमारतों में खोज शुरू की — और राजस को सुरक्षित पा लिया गया।

👦 ऑटिस्टिक बच्चा होने से बढ़ी थी मुश्किलें

राजस को ऑटिज़्म है, जिसके कारण उसे बोलने और संवाद करने में परेशानी होती है।
वह अपना नाम, पता या किसी का फोन नंबर नहीं बता पा रहा था।
इस वजह से यह खोज और चुनौतीपूर्ण हो गई थी, लेकिन नागरिकों ने हिम्मत नहीं हारी।

‘We All Connect’ के संस्थापक संतोष शेट्टी ने बताया —

“अर्चना सागर, रिचा गौर और शुभमय मैती की सतर्कता की वजह से राजस को सिर्फ डेढ़ घंटे में उसके माता-पिता तक पहुंचाया जा सका।”

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🏡 इलाज के लिए उत्तराखंड से मुंबई आया परिवार

राजस का परिवार हाल ही में उत्तराखंड से मुंबई आया है।
राजस की मां अस्मिता ने बताया कि उनके गृहराज्य में ऑटिज़्म के लिए न तो पर्याप्त इलाज है और न जागरूकता, इसलिए उन्होंने मुंबई का रुख किया।

उन्होंने कहा —

“हम यहां नए थे, किसी भी व्हाट्सऐप ग्रुप या नेटवर्क से जुड़े नहीं थे। फिर भी आसपास के लोगों ने जिस तरह मदद की, वो हमारे लिए किसी वरदान से कम नहीं था।”

❤️ इंसानियत और एकता की मिसाल बनी कांदिवली

इस घटना ने यह साबित कर दिया कि समुदाय की एकजुटता और मानवीय संवेदनशीलता आज भी समाज की सबसे बड़ी ताकत है।
‘We All Connect’ जैसे समूह न केवल लोगों को जोड़ते हैं, बल्कि संकट के समय उम्मीद की एक नई रोशनी भी बनते हैं।

यह नेटवर्क अब तक कई गुमशुदा बच्चों और बुजुर्गों की खोज में मदद कर चुका है — और कांदिवली इलाके में लोगों के लिए सुरक्षा का भरोसा बन गया है।


FAQ सेक्शन

Q1. राजस कौन है?
राजस 6 साल का ऑटिस्टिक बच्चा है, जो कांदिवली में अपने आजोबा के साथ टहलते वक्त गुम हो गया था।
Q2. बच्चे को कैसे ढूंढा गया?
‘We All Connect’ नामक सोशल नेटवर्क ग्रुप और स्थानीय लोगों की मदद से राजस को डेढ़ घंटे में खोज लिया गया।
Q3. ‘We All Connect’ क्या है?
यह कांदिवली और आसपास के 7,000 से ज्यादा लोगों का सोशल नेटवर्क है, जो जरूरतमंदों की मदद के लिए सक्रिय रहता है।
Q4. राजस का परिवार मुंबई क्यों आया था?
राजस का परिवार उत्तराखंड से ऑटिज़्म के बेहतर इलाज और सुविधाओं की तलाश में मुंबई आया है।
Q5. इस घटना से क्या संदेश मिलता है?
यह घटना दिखाती है कि इंसानियत, सहयोग और एकजुटता के बल पर किसी भी संकट को हल किया जा सकता है।


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