विशेष संवाददाता
मध्यप्रदेश/ छतपुरा- देशभर मे ‘कोरोना’ वायरस के कारण हाहाकार मचा हुआ है! कोरोना ग्रस्त मरीजों को अपने परिवार से दूर रहना पड़ रहा है! अनेक परिवार लॉकडाउन के चलते एक दूसरे से बिछड़ गए हैं! ऐसे में लॉकडाउन के बीच उत्साहजनक घटना प्रकाश में आ रही है! 13 मई को, 3 साल पहले अंतिम संस्कार कर चुके परिवार का बेटा अचानक दरवाजे के सामने आकर खड़ा हो गया! ये कैसे हुआ और क्या है मामला कुछ समय के लिए लोग समझ नहीं पा रहे थे! उसे देखकर पिता को विश्वास नही हो पा रहा था! ये घटना मध्यप्रदेश के छतपुरा गांव की है!
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तीन साल पहले वी-बीजा के मौनसैया जंगल में एक व्यक्ति का कंकाल मिला था! भागोला आदिवासियों ने उनका बेटा घर वापस नहीं आने की वजह से अनुमान लगाया कि यह कंकाल उसी का होगा और 3 साल पहले ही उनके बेटे की तरह दिखने वाले कंकाल पर उसका अंतिम संस्कार कर दिया!
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‘कोरोना’ के महासंकटकालीन दौर में देशभर में कामकाज बंद हो जाने की वजह से विभिन्न राज्यों से मजदूर अपने गांव की तरफ पलायन कर रहे है! खबर के मुताबिक, आदिवासी पाड़ा के दिल्लीरी गांव का युवक अपने घर पहुंचा! इस युवक के घर वापसी पर परिवार के लोग सदमे में आ गए, उन्हें उस वक्त कुछ भी सूझ नही रहा था! अपने बेटे की 3 साल पहले ही मौत हो चुकी है यह जानकर लोगों ने अंतिम संस्कार कर दिया था! दरवाजे पर खड़े ज़िंदा बेटे को देखकर पिता के साथ परिवार की नींद उड़ गई! इस मामले को सुलझाने के लिए पिता ने युवक को लेकर पुलिस थाने पहुंचे, वहां मामले की संपूर्ण जानकारी पुलिस को दी!
पुलिस ने मामला की जांच के बाद युवक को परिवार के हवाले कर किया! पुलिस ने बताया, कि ‘3 साल पहले यह युवक मरा नही था!’ लेकिन परिवार ने जिस कंकाल का अंतिम संस्कार किया था वो किसका था? इस सवाल का जबाव अब तक पता नही चल पाया है पुलिस मामले की जांच कर रही है!
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