सुरेंद्र राजभर
मुंबई– ‘कोरोना’ वायरस के विरुद्ध लड़ाई में बृहन्मुंबई महानगर पालिका के कर्मचारियों के लिए म्युनिसिपल मज़दूर यूनियन ने 50 लाख रुपये का सुरक्षा कवच की मांग की है! बृहन्मुंबई महानगर पालिका आयुक्त प्रवीण परदेसी को पत्र के माध्यम से यूनियन ने सुरक्षा कवच के साथ उच्चतर PPE किट, एन 95 मास्क, हैंडग्लोवज और सेनिटाइजर दिए जाने की भी मांग की है! यूनियन के एडवोकेट महाबळ शेट्टी के अनुसार मुंबई में रोज़ ‘कोरोना’ के नए मरीज़ मिलने और संक्रमित लोगों के मरने से सरकार की ओर से प्रशासन की परेशानियों पर बल डाला जा रहा हैं!
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शेट्टी ने पत्र में लिखा है, अस्पतालों और ‘क्वॉरंटाईन’ में रहने वाले लोगों से प्रत्यक्ष संपर्क में आने के कारण मनपा ‘कोरोना’ वायरस के योद्धा जी. उत्तर के निरीक्षक मधुकर हरियन, वाहन चालक एस.एन. पटेल, कामगार संजय अ.रनदिघे, गोवंडी शताब्दी अस्पताल के मदनमोहन मालवीय, डी. विभाग (एसडब्ल्यूपी) अनिल कांबळे, एफ. दक्षिण घनकचरा व्यवस्थापन के संजय पगारे और एन. विभाग के भाड़ा संकलन कर्मचारी संजय झगड़े ‘कोरोना’ वायरस से संक्रमित होकर जीवन और मृत्यु से संघर्ष करने की सूचना यूनियन कार्यालय को मिली है!
यूनियन ने पत्र में लिखा है, कि ‘मनपा कामगार,आरोग्य सेविका, कर्मचारी, परिचारिका, तंत्रज्ञ,अभियन्ता, डॉक्टर, दिहाड़ी कामगार ‘कोरोना’ से लड़कर मुंबईकरों की जान बचाने में दिन रात एक किये हुए हैं, जो प्रति दिन ‘कोरोना रोगियों और ‘क्वॉरंटाईन’ किये गए लोगों के संपर्क में आते रहते हैं! ऐसे में, इनमें ‘कोरोना’ वायरस का संक्रमण होने का बहुत ज़्यादा ख़तरा रहता है! ‘कोरोना’ की जंग ने यदि कोई भी कर्मचारी शहीद होता है, तो उसके परिजनों को 50 लाख रुपये का भुगतान सुरक्षा कवच द्वारा देने की व्यवस्था की जानी ज़रूरी है! यही नहीं उच्चतम पीपीई किट, मास्क, सेनिटाइजर, हैंडग्लोबज़ देने की व्यवस्था भी की जानी चाहिए, ताकि वे जान की बाज़ी लगाकर ‘कोरोना’ जैसे भयंकर महामारी को परास्त कर सकें!
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