संवाददाता- (मोहम्मद वसिम सर)
महाराष्ट्र– बुलढ़ाना जिले के मलकापुर में वंचित बहुजन अघाड़ी का सीएए, एनपीआर और एनआरसी के खिलाफ महाराष्ट्र बंद सफल बताया गया! यहां के आम और खास लोगों ने पार्टी या पक्ष को ना देखते हुए केन्द्र सरकार की नीतियों पर अपना विरोध जताकर एक विशाल रैली निकाली और अपने रोजमर्रा के कामकाज को बंद कर विरोध प्रदर्शन किया!
आप को बता दें, कि 24 जनवरी को वंचित बहुजन अघाड़ी के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रकाश आंबेड़कर ने देश भर में नागरिकता संशोधन कानून पर विरोध जताते हुए भारत बंद का आहवाहन किया हुआ था! जिसपर देशभर में वंचित बहुजन अघाड़ी के कार्यकर्ताओं नें जनआक्रोश प्रदर्शन किया, महाराष्ट्र भर में कुछ छोटी घटनाओं के अलावा शांतिपूर्वक महाराष्ट्र बंद सफल रहने की खबरें सामने आई! मलकापुर के बारे में आप को बताते चलें कि इस शहर को संवेदनशील इलाका माना जाता है! मगर वंचित बहुजन अघाड़ी के समर्थन में यहां के सभी आम और खास लोगों ने रास्तों पर उतर कर, सीएए, एनपीआर और एनआरसी के खिलाफ भारी विरोध जताया!
बंद के समर्थन में वंचित बहुजन अघाड़ी के ताल्लुका अध्यक्ष सुशील मोरे, आतिश खराते, यशवंत ख़डसे, भाऊ-राव उमाळे, आर.डी.धूरंधर, तुलसी राम वाघ, नारायण जाधव, यासीन कुरैशी साथ में कांग्रेस के नगर उपाध्यक्ष अलहाज रशीद खान जमादार ,पूर्व नगर अध्यक्ष मजीद कुरैशी, ज़ाकिर मेमन , डॉक्टर महबूब कुरैशी, असद्दूद्दीन ओवैसी के पार्टी (ए.आई.एम.आई.एम)से दानिश शेख, शहजाद खान, इमरान राशीद खान,एजाज़ शाह ,ज़फर बिल्डर ,सलीम एम.एस.,पूर्व युवा शहर अध्यक्ष ईमरान खान टेलर, स्थानीय राजनैतिक पार्टी टिपू सुल्तान युवा के जिल्हाध्यक्ष मुशर्रफ अमन पठान, शहरे काज़ी एडवोकेट फय्याज़ काज़ी, जमीअते उलेमा मलकापुर सदर मौलवी अब्दुल्लाह, मौलवी अय्यूब और इन सभी के साथ इन खास शख्सीयत के चाहनेवालों के हुजूम को देखकर एक जन-सैलाब सा माहौल देखने को मिल रहा था!
सूत्रों द्वारा मिली खबर के मुताबिक, लोगों ने भारतीय संविधान के लेखक, डॉक्टर बाबा साहेब आंबेड़कर को याद करते हुए, उनके नाम से “विजयी भव” के नारे लगाए, यह नारेबाजी एक वीडियो में देखा गया है!
भारत बंद अभियान के बीच, केन्द्र सरकार के खिलाफ, नाराज़गी को बयान करते हुए लोगों ने सोशल मिडिया पर विडियो शेयर किया! लोगों के इस जत्थे को प्रशासन के अलावा मीडिया भी अपनी सुर्खी तलाशने के लिए, तस्वीरें कैद कर रही थी, माहौल में “हम लेके रहेंगे आजादी, इन्कलाब जिंदाबाद” के नारे लगाए जा रहे थे!
प्रदर्शन के दौरान हर तरफ, “मोदी तेरी तानाशाही नही चलेगी, काला कानून वापस लो, इन्कलाब जिंदाबाद” की आवाज़ें गूंज उठी थी! इलाके के युवा, और बुजुर्ग ने मोदी शाह के खिलाफ देश को विभाजित करने वाले कानून को वापस लेने की मांग की!
प्रदर्शन के समाप्ति पर मलकापुर रेलवे स्टेशन के करीब, बने डॉ. बाबा साहेब आंबेडकर की प्रतिमा को फूलों की माला पहनाकर उन्हें, याद किया गया!
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