इस्माइल शेख
मुंबई– प्रवासी मजदूर फार्म भरने के बाद गायब हो रहे हैं! उनका इस तरह गायब होना मुंबई पुलिस के लिये दोहरी समस्या खड़ी कर रहा है! फार्म जमा होने के बाद प्रशासनीक तौर पर सारी तैयारी हो जाने के बाद, आखिरी समय पर इन मजदूरों को पता लगाना मुंबई पुलिस के लिये टेढ़ी खीर साबित हो रही है! और ऐसे मजदूरों की लापरवाही के कारण स्पेशल श्रमिक ट्रेन भी खाली जा रही है! खुद की जल्दबाजी से दूसरों को भी लाईन लगाने पर मजबूर किया जा रहा है!
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गुरुवार को बोरीवली से गोरखपुर जाने वाली श्रमिक स्पेशल ट्रेन के लिये मालाड़ पूर्व के कुरार पुलिस ने 210 श्रमिकों की सूची तैयार की थी! तय समय पर लोगों को दिंडोशी बस डिपो पहुचने के लिए जानकारी दी गई थी! लेकिन आखिर तक बस डेपो पर सिर्फ 150 मजदूर पहुचे, बाकी 60 मजदूर नदारद रहे उन्हें कॉल किए जाने पर कुछ का फोन बंद तो कुछ फोन नही उठा रहे थे! कुछ ने तो कह दिया हम गांव के लिए निकल चुके हैं!
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इन गायब होने वालों मजदूरों मे कई तो ग्रुप लीडर हैं, जो फार्म भरते समय ग्रुप इंचार्ज के रूप मे अपना नाम दिया था! इसी तरह कुछ ग्रुप के दुसरे सदस्य भी गायब रहे! कई मजदूरों को यह लग रहा है कि फार्म भरने के बाद भी उन्हे गांव नही भेजा जायेगा! इसके चलते वे खुद ही सड़कों पर निकलकर पलायन कर गए हैं!
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कुरार पुलिस के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक बाबा साहेब सालुंखे ने बताया, कि ‘जिन यात्रियों की सूची तैयार कि गई थी उनमें से 60 प्रतिशत यात्री पहुँचे ही नही जिनमे समय पर नही पहुंचने वाले यात्रियों को ढूढना काफी दिक्कत का काम हो रहा है! फॉर्म में दिए गए नंबर पर जब संपर्क किया गया तो, पता चला कि यह मजदूर मुंबई से प्रवास कर चुके है! वही मजदूरों के फार्म की शॉर्टिंग करने और अलग-अलग जिलों की सूची तैयार करने वाली पुलिस टीम पर भी दोहरे काम का बोझ पड़रहा है!
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वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक साळुंखे ने बताया, की ‘तैयार सूची से गायब मजदूरों मे कुछ पैदल तो कुछ ट्रक या दुसरे माध्यमों से गांव के लिये पहले ही रवीना हो चुके हैं! पुलिस के फोन करने पर कुछ का फोन बंद मिल रहा है तो कुछ रिंग जाने के बाद भी काल रिसीव नही कर रहे हैं! जिन लोगों ने जवाब दिया उनका कहना है कि हम गांव के निकल गये हैं! पुलिस ने ऐसे लोगों से निवेदन किया है कि वह ऐसी स्थिति मे पुलिस को पहले ही सुचित कर दें जिससे उनकी जगह दुसरे यात्री को सुनिश्चित कर भेजा जा सके!
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