राज्य महिला आयोग, पिछले 15 दिनों में दर्ज हुए ज्यादा मामले..
विशेष संवाददाता- (नितिन तोरस्कर)
मुंबई- लगातार महिला अत्याचार पर बढ़ते मामलों को देखते हुए राज्य के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने सख्ती बरतने के आदेश दिये है! रविवार को जानकारी देते हुए उन्होंने बताया, कि “लॉकडाऊन’ की परिस्थिती का गलत फायदा उठाकर कुछ विकृत मनोवृत्ती के पुरुषों द्वारा महिलाओं पर अलग-अलग तरह से अत्याचार होने की शिकायतें सामने आ रही हैं, जो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा!’
‘लॉकडाउन’ से कामकाज के बंद होने से आर्थिक परेशानी के बीच, छोटे घरों में ज्यादा संख्या में रहने वाले परिवार, और लगातार घरों की महिलाओं संग रहने से, घर की जिम्मेदारी से जुझते लोगों में घरेलू हिंसा के मामले ज्यादा सामने आने लगे हैं! विविध संस्थानों के फोन पर मिलने वाली शिकायतों में इसका 20 से 30 प्रतिशत इजाफा देखने को मिल रहा है! राष्ट्रीय महिला आयोग द्वारा प्रकाशित जानकारी के बाद इसका खुलासा हुआ है!
यह आंकड़े सिर्फ भारत में नही पूरे विश्व में ‘लॉकडाउन’ के बीच देखा जा रहा है! पारिवारिक महिलाओं से गृहकलेश, शाब्दिक एवं लैंगिक अत्याचार तथा घरेलू हिंसा पूरे विश्व में बढ़ने का प्रमाण सामने आने लगा है!
सामने आए पिछले 15 दिनों में ज्यादा मामले..
महाराष्ट्र राज्य महिला बालकल्याण विभाग की ओर से ऐसे मामलों के लिए हेल्पलाईन शुरु किया गया है! ‘राज्य महिला आयोग’ के बताए आंकडों के मुताबिक, महाराष्ट्र में ‘लॉकडाउन’ के बीच पिछले 15 दिनों में महिला अत्याचार के 257 मामलों में से 69 शिकायतें घरेलू हिंसा के सामने आए हैं! राज्य का गृहमंत्रालय इन शिकायतों को बड़ी ही गंभीरता से लेते हुए गृहमंत्री अनिल देशमुख ने चेतावनी दी है, की ‘ऐसी शिकायत आने पर संबंधित पुरुष पर कड़ी से कड़ी कारवाई की जाएगी!’
गृहमंत्री ने सावित्रीबाई फुले की याद दिलाई..
साथ ही गृहमंत्री अनिल देशमुख ने यह भी कहा, कि ‘कोई भी ऐसी गलतफहमी में ना रहे कि ‘कोरोना’ वायरस के कारण ‘लॉकडाऊन’ के बीच व्यस्त पुलिस विभाग इन मामलों को अनदेखा कर देगी! अकेली महिलाओं के साथ हिंसा या किसी भी प्रकार के उत्पीड़न की शिकायत पर उदाहरणात्मक तेज़ी से कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं!’ उन्होंने घरों में महिलाओं के साथ बढ़ते अत्याचार को लेकर चिंता जताई है! बताया, कि ‘राज्य सरकार और गृहमंत्रालय ऐसी प्रताड़ित महिलाओं के साथ डटकर खड़ा रहेगा!’ साथ ही अनिल देशमुख ने कहा, कि ‘महिलाओं के खिलाफ होनेवाले अत्याचार पर कड़े कानून बनाये गये हैं! इसका पुरजोर तरीके से इस्तेमाल किया जाएगा!’ आगे उन्होंने अत्याचारी पुरुषों को चेतावनी देते हुए कहा, कि ‘महिलाओं के साथ हमेशा सम्मान से पेश आएं, यहां सावित्रीबाई फुले की धरोहर चलाने वाला राज्य है, यहां हर महिला को सुरक्षित महसूस होना चाहिए! महिलाओं पर किसी भी तरह का अत्याचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा!’
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