संवाददाता- (इस्माइल शेख)
मुंबई- महाराष्ट्र की महाविकास आघाडी सरकार की ओर से अफ्रीकन मांगुर (विदेशी मांगुर एवं थाई मांगुर) को अगले कुछ दिनों में पूरी तरह खत्म करने का विभागीय कैबिनेट मंत्री असलम शेख ने निर्देश दिए हैं! आप को बता दें, कि पर्यावरण व मानव स्वास्थ्य के लिए हानिकारक अफ्रीकन मांगुर को खत्म करने के लिए, सरकार ने मुहिम छेड़ रखी है! जिसके लिए अब तक तकरीबन 30 टन मांगुर मारकर जमीन में गाड़ दीया गया हैं! साथ ही प्रतिबंध के बावजूद मांगुर का पालन व बिक्री करने वाले 5 लोगों पर मामला दर्ज किया है!
अधिक जानकारी के मुताबिक, कैबिनेट मंत्री असलम शेख ने बताया, कि विदेशी मांगुर के प्रति राज्य का मत्स्य विभाग जागरूकता मुहिम चलाने जा रहा है! इसके तहत देसी मांगुर पालन और बिक्री तथा खाने के लिए कोई प्रतिबंध नही है! महाराष्ट्र या देश के किसी भी राज्य में ऐसा कोई भी प्रतिबंधित कानून नहीं बनाया गया है! केरल सरकार ने पहली बार 1998 में अफ्रीकन मांगुर पर प्रतिबंध लगाया था! बाद में राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण (NGT) ने इस मछली पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है! सन् 2000 में भारत सरकार ने एनजीटी के आदेश पर अमल करते हुए इसके पालन और बिक्री पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है !
मिल रही जानकारी के मुताबिक, यह मछली मांसाहारी होती है! इसे तालाब में पाला जाता है, जो वहां के सभी तरह के जीवों को खा लेती है! जो पर्यावरण एवं मानव स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक पाया गया है! यह पूरा ऑक्सीजन भी अवशोषित कर लेती है! इसे खाने वालों को गंभीर बीमारियां हो सकती हैं! ऐसा जांच में पता चला है!
आप को यह भी बता दें, कि मछली पालन करने वाले ज्यादा मुनाफा कमाने के लालच में इसे चोरी से पालते हैं! यह महज 4 महीने में ढाई से तीन किलो तक भारी हो जाती है! अन्य मछलियों की तुलना में यह विदेशी मांगुर बहुत आसानी से और बहुत कम दाम में बिक रही है! दरअसल, आम लोगों में इसके बारे में जानकारी नहीं के बराबर है! जिसका फायदा मुनाफाखोर उठाकर लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहे थे!
महाराष्ट्र कैबिनेट के मंत्री असलम शेख ने बताया, कि जागरूकता अभियान चलाएंगे, अफ्रीकन मांगुर को लेकर राज्य का मत्स्य विभाग जागरूकता अभियान शुरू कर रहा है! इसके तहत, जहां भी मछली बाजार या मछली बेची जाती हैं, वहां पर पोस्टर लगाएं जाएंगे! बताया जाएगा कि इसे खाने से स्वास्थ्य पर बुरा असर होता है! अवेरनस के तहत इससे होने वाले नुकसान की जानकारी दी जाएगी!
इस मुहिम के तहत महाराष्ट्र भर में अब तक 28 टन मछली पकड़कर जमीन में गाड़ दी गई है! मुंबई के करीब भिवंडी में 15 टन मांगुर मारी गई है! इंदापुर में 8 टन, भंडारा में 7 टन विदेशी मांगुर मारी गई है! इस मामले में 5 लोगों पर एफआईआर दर्ज कर न्यायालय के समक्ष पेश किया गया!
महाराष्ट्र मत्स्य विभाग के कैबिनेट मंत्री असलम शेख ने बताया, कि अगले 10 दिन में अफ्रीकन मांगुर को पूरी तरह खत्म करने का लक्ष्य बनाया गया है! महाराष्ट्र में अब से जो यह मांगुर पालेगा या बिक्री करेगा, उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी! यह मछली प्रकृति तथा हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है! साथ ही, उन्होंने यह भी बताया, कि जो व्यक्ति इसे खाएगा, उसे कैंसर, डायबीटीज जैसी घातक बीमारियां हो सकती हैं!
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