(नितीन तोरस्कर )
मुंबई – महाराष्ट्र राज्य मे शिवसेना राकांपा और कांग्रेस के नेतृत्व मे महाविकास गठबंधन सरकार सत्ता मे आये चार महिने हुए है! लेकीन आकड़ों को देखते हुए टुकडो- टुकडो मे जुडने का लाभ भाजपा कहीं उठा ना सके इसलिये गठबंधन के सारे मंत्री, विधायको पर नज़र रखी जा रही है! जिसमें विधानसभा और विधानपरिषद की उपस्थिती पर अजित पवार की खास नज़र बनी हुई है, ऐसी जानकारी उपमुख्यमंत्री कार्यालय के विश्वस्नीय सूत्र बता रहे हैं!
आप को बता दें, कि महाराष्ट्र विधानसभा मे सबसे ज्यादा सदस्य है उसके बाद शिवसेना राकांपा और कांग्रेस का नंबर आता है लेकीन सबसे ज्यादा विधायक होने के बावजुद भाजपा को सत्ता से दूर रहना पड रहा है! जानकारी के अनुसार महाविकास गठबंधन मे तीनों पार्टियों को मिलाकर 169 के आकडे होते हैं, इसके चलते सदन मे किसी विधेयक पर मंजुरी या फिर चर्चा के दरम्यान भाजपा की ओर से मतदान करने की मांग पर सरकार हरकत मे आ सकती है, इसीलिए तीनों पार्टियों के विधायको को सदन के काम काज के समय उपस्थित रहने की आवश्यकता है! इसपर महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने पहले से चेतावनी दी हुई है!
इसके अनुसार सवेरे के सत्र मे कौन-कौन विधायक आते है कितने विधायको ने काम-काज मे हिस्सा लिया कितने लोगो ने अपनी उपस्थिती दर्ज कराई इसकी पूरी जानकारी ली जा रही है! विधायकों को हाजरी बुक के अलावा उपमुख्य मंत्री कार्यालय द्वारा एक अलग बुक भी रखा गया है, उसपर महाविकास गठबंधन के विधायको को सदन मे जाने से पहले हस्ताक्षर करना अनिवार्य होने की जानकारी दी गई है!
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