विशेष संवाददाता- (IFT)
मुंबई- भारतीय प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने जेट एयरवेज के संस्थापक नरेश गोयल के खिलाफ प्रिवेंशन ऑफ मनी लांडिंग कानून के तहत मामला दर्ज कर लिया है! केंद्रीय एजेंसी ने बुधवार को दिनभर नरेश गोयल के मुंबई स्थित ठिकानों पर तलाशी अभियान के बाद यह कार्रवाई की है! प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों ने बताया, कि पिछले दिनों मुंबई पुलिस द्वारा नरेश गोयल के खिलाफ दर्ज एफआईआर की जांच में, केंद्रीय जांच एजेंसी ने उनके विरुद्ध मनी लांडिंग के तहत मामला दर्ज करने का निर्णय लिया है!
ईडी की छापेमारी…
ईडी के अधिकारियों ने बुधवार को गोयल के ठिकानों पर छापेमारी के साथ-साथ उनसे पूछताछ भी की थी! मुंबई पुलिस ने गोयल के खिलाफ, एक ट्रैवल कंपनी के साथ नरेश गोयल द्वारा की गई धोखाधड़ी के मामले में एफआईआर दर्ज की थी! इससे पहले पिछले वर्ष सितंबर में गोयल से विदेशी मुद्रा प्रबंधन कानून (फेमा) के तहत भी पूछताछ की जा चुकी है! प्रवर्तन निदेशालय का आरोप है कि नरेश गोयल की कुल 19 निजी कंपनियां थीं! जिसमें से पांच विदेश में पंजीकृत हैं! जो भारतीय नियमावली से बिलकुल अलग बताया जा रहा है!
जांच का विषय..
प्रवर्तन निदेशालय उनकी इन्हीं कंपनियों के बीच संदिग्ध लेन-देन की जांच कर रहा है! निदेशालय को शक है कि इन कंपनियों के बड़े फर्जी खर्च दिखाकर नरेश गोयल ने कंपनी में जानबूझकर घाटे की स्थिति पैदा की हुई है! आप को बता दें कि नरेश गोयल की जेट एयरवेज ने पिछले साल अप्रैल में अपनी उड़ानें बंद करने की घोषणा कर दी थी और करीब एक माह पहले उन्होंने जेट एयरवेज के चेयरमैन का पद भी छोड़ दिया था!
पिछले साल भी हुई थी पूछताछ..
पिछले साल सितंबर में गोयल से प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों ने 2019 की शुरुआत में आठ घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की थी, अबूदाबी के एवहद एयरवेज ने एक हिस्सेदारी के लिए 150 मिलियन डॉलर का निवेश करने के बाद विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) के कथित प्रावधानों का उल्लंघन किया था! जांच में जेट के भीतर, एक सहायक के रूप में 2012 में गठित एक वफादारी और पुरस्कार प्रबंधन कंपनी बताई जा रही है!
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