इस्माइल शेख
मुंबई- हालही में, 14 अक्टूबर को रिलीज हुई, मराठी फिल्म ‘हरिओम’ के डायलौग ने राज्य में रहने वाले उत्तर भारतीयों को फिर से झकझोरने का काम किया है। इसको लेकर समाजवादी पार्टी के कांदिवली चारकोप विधानसभा अध्यक्ष अज़हर सिद्दीक़ी ने मुंबई पुलिस से गुहार लगाते हुए, फिल्म से अप-शब्दों को हटाने और फिल्म निर्माता द्वारा उत्तर भारतीयों से माफी मांगने की मांग की है। ऐसा नहीं किए जाने पर शहर भर में लगे जगह-जगह ‘हरिओम’ फिल्म के थिएटर के बाहर उग्र आंदोलन किए जाने की चेतावनी भी दी है। (Mumbai News)
महाराष्ट्र में उत्तर भारतीयों के खिलाफ
महाराष्ट्र में उत्तर भारतीयों के खिलाफ भड़काउ भाषण, अप-शब्दों का उपयोग आम बात बन गई है। कृछ लोग अपनी लोकप्रियता पाने के लिए उत्तर भारतीयों के खिलाफ ऐसे वक्तव्यों का उपयोग करने से नहीं चूकते। ऐसे में राज्य में बरसों से रह रहे उत्तर भारतीयों और बाकी लोगों को बांटने का भी काम किया जाता रहा है। मराठी फिल्म निर्माता हरिओम घागरे ने अपनी नई फिल्म ‘हरिओम’ मे लोकप्रियता पाने के लिए उत्तर भारतीयों को टार्गेट किया है! फिल्म के डायलौग में ‘भय्या’ को महाराष्ट्र के नक्शे से गायब करने की धमकी दी है। (Maharashtra Politics)
“पूर्षोत्तम भय्या हा माझा महाराष्ट्र आहे, जर मराठी माणसांची सटकली ना तर महाराष्ट्र चा नक्शा मदून गायब करू तुला अणी तूझा भावाला।” इसको लेकर सपा नेता अज़हर सिद्दीक़ी ने विरोध जताया है। कहा, कि ‘ऐसे शब्दों से फिल्म निर्माता ने महाराष्ट्र को विभाजित करने का काम किया है। फिल्म में ऐसे शब्दों का उपयोग महाराष्ट्र में रहने वाले लोगों को बांटने और एक दूसरे के प्रति द्वेष की भावना जगाने का काम कर सकती है।’ (Political News)
फिल्म से इन शब्दों को हटाने की मांग करते हुए गुरुवार को दोपहर भारी संख्या में सपा कार्यकर्ता कांदिवली पुलिस थाने में जमा हुए और पुलिस को विज्ञप्ति देकर, फिल्म से अप-शब्दों को हटाने की मांग की गई है। इसके साथ ही फिल्म निर्माता द्वारा राज्यभर के उत्तरभारतीयों से माफी मांगे जाने की मांग की है। ऐसा नहीं किए जाने पर मुंबई भर के सपा कार्यकर्ता जगह-जगह आंदोलन किए जाने की चेतावनी भी दी है। (Mumbai)
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