एक बार फिर परप्रांतियों का मुद्दा लेकर बिना मास्क पहने राजठाकरे पहुंचे मंत्रालय
नितिन तोरस्कर
मुंबई– एक बार फिर महाराष्ट्र में कोरोना के कहर के बीच परप्रांतीय मजदूरों का अपने गृह राज्य में वापस जाना महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे का पंसद नहीं आया है! राज ठाकरे ने कहा कि महाराष्ट्र ने परप्रांतीय मजदूरों को रोजगार दिया और वो लोग संकटकालीन समय में, इसी राज्य को छोड़कर अपने गांव भाग रहे हैं! राज ठाकरे ने इसे मुद्दा बनाते हुए फिर से चर्चा में आने के लिए मंत्रालय के सर्वदलीय बैठक में शामिल हुए थे! यहां पर भी मास्क नही पहन कर नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए, मुख्यमंत्री से वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के जरिए ‘लॉकडाउन’ और परप्रांतियों पर सुझाव पेश किया और चर्चा में बने रहने की कोशिश की !
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गुरुवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे द्वारा मंत्रालय में बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में कई पक्ष के नेता शामिल हुए थे! इस बैठक में शामिल उपमुख्यमंत्री अजित पवार, विधानसभा विपक्ष नेता देवेंद्र फडणवीस, पीडब्लूडी मंत्री अशोक चव्हाण सभी के चेहरे पर नियमों के मुताबिक मास्क लगाया हुआ था! लेकिन राज ठाकरे ने बिना मास्क पहने मंत्रालय में प्रवेश किया! उन्होंने बैठक में भी मास्क नहीं पहनकर हिस्सा लिया! पत्रकारों द्वारा पूछे जाने पर राज ठाकरे ने कहा, कि ‘आप सभी ने मॉस्क पहना है, इसलिए मैंने मास्क नहीं लगाया!’ हालांकि राज के बेटे व मनसे नेता अमित ठाकरे मंत्रालय में मास्क पहने हुए थे!
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परप्रांती मजदूरों पर फिर एक बार निशाना साधते हुए मीडिया को जारी अपने बयान में राज ठाकरे ने कहा कि ‘परप्रांतीय मजदूरों को अपने घर की याद आ रही है और वो अपने घर वापस जा रहे हैं लेकिन ये लोग रोजगार के लिए वापस महाराष्ट्र में आएंगे! ऐसे में इनकी वापसी के समय उनकी जांच किए बिना उन्हें महाराष्ट्र में प्रवेश नहीं देनी चाहिए! परप्रांतीय मजदूरों के वापसी के समय उनका राज्य स्थलांतरित कानून के तहत पंजीकरण किया जाना चाहिए! यही मौका है, जब सरकार परप्रांतीय मजदूरों का सही आकड़ा जुटा सकती है! राज ने कहा कि “कोरोना’ संकट के बाद जब भी परप्रांतीय मजदूर वापस आएंगे या लाए जाएंगे! उनकी जांच के बिना उन्हें राज्य में प्रवेश नहीं दिया जाना चाहिए! राज ने कहा कि परप्रांतियों के महाराष्ट्र में प्रवेश और जाने पर सरकार को नियंत्रण रखना चाहिए! हर बार मानवता के दृष्टी से सोचा जाना सही नही है! अगर वे संकट के समय महाराष्ट्र छोड़कर जा रहे हैं, तो राज्य के उद्योग और कारखाना बंद नहीं होना चाहिए! इसलिए राज्य सरकार विदर्भ, मराठवाड़ा और दूसरे क्षेत्रों में जहां रोजगार उपलब्ध हैं उसकी जानकारी राज्य के नौजवानों को उपलब्ध कराए जाने चाहिए!
म्यूनिसिपल मजदूर यूनियन का 50 लाख सुरक्षा कवच की मांग
इस मौके पर राज ठाकरे ने कंटेनमेंट जोन में सुरक्षा बढ़ाए जाने की मांग की है! उन्होंने कहा, कि ‘कंटेनमेंट ज़ोन में एसआरपीएफ को तैनात किया जाना चाहिए! पिछले डेढ़ महीने से लगातार सेवाएं देने के कारण पुलिस काफी तनाव में हैं!’ राज ने यह भी कहा, कि ‘राज्य में छोटे अस्पताल शुरू होने चाहिए और वहां भीड़ पर नियंत्रण के लिए पुलिस सुरक्षा दी जानी चाहिए!’
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सरकार की कार्य प्रणाली पर सवाल करते हुए, ‘कोरोना’ फैलने की आशंका पर राज ठाकरे ने कहा, कि ‘कोरोना’ के संकटकाल में कई त्यौहारों को लोगों ने घरों में रह कर मनाया है! मुझे लगता है कि मुस्लिम समाज के लोग भी ईद का त्यौहार अपने घर में ही मनाएंगे अगर ऐसा नहीं हुआ तो अतिरिक्त बल तैनात किया जाना चाहिए!’ राज ने कहा कि अगर ‘लॉकडाउन’ और नहीं बढ़ाया गया, तो ईद के मौके पर लोग घरों से बाहर आ जाऐंगे, इससे वापस कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ सकती है! उन्होंने कहा कि सरकार को कभी न कभी लॉकडाउन को हटाना तो पड़ेगा! सरकार के पास लॉकडाउन हटाने के लिए एक्जिट प्लॉन क्या है! इस बारे में सरकार को बताना चाहिए! राज ने कहा कि सरकार को लॉकडाउन खत्म करने से 10-15 पहले लोगों को इसकी जानकारी देनी चाहिए!
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